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लापरवाही ! हाथ में हुआ था फ्रैक्चर, डॉक्टरों ने कर दिया ऑपरेशन फिर हो गई मरीज की मौत... - डॉक्टरों की लापरवाही

राजधानी लखनऊ के एक निजी अस्पताल में मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गई. आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही से मरीज की मौत हुई है.

डॉक्टरों की लापरवाही से मरीज की मौत
डॉक्टरों की लापरवाही से मरीज की मौत
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Published : Mar 15, 2022, 11:50 AM IST

लखनऊ : शहर के एक निजी अस्पताल में डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही देखने को मिली है. डॉक्टरों की लापरवाही के चलते एक मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गई. इसके बाद मरीजों के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया. आरोप है कि मरीज का हाथ में फ्रैक्चर हो गया था. जिसका इलाज कराने के लिए वह अस्पताल में गया था.

मृतक के परिजनों का आरोप है कि फ्रैक्चर का ऑपरेशन करने के बाद से मरीज की तबीयत बिगड़ गई थी. इसके बाद उसे वेंटीलेटर पर शिफ्ट किया गया था. इसी बीच मरीज की मौत हो गई.

मिली जानकारी के मुताबिक, इंदिरानगर के चांदन गांव निवासी शीतल प्रसाद (50 वर्षीय) के हाथ में फ्रैक्चर हो गया था. शीतल प्रसाद हाथ का इलाज कराने के लिए शीतल जानकीपुरम स्थित मंगलम हास्पिटल गए थे. इसके बाद अस्पताल के डॉक्टरों ने हाथ का एक्सरे कराने के बाद ऑपरेशन की सलाह दी.

रविवार की रात को करीब साढ़े नौ बजे डॉक्टर मरीज का ऑपरेशन करने के लिए उसे ऑपरेशन थिएटर ले गए. मरीज के हाथ का ऑपरेशन करने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई. मृतक के बेटे बृजेश कुमार ने बताया कि उसके पिता इलाज कराने के लिए खुद ही बाइक चलाकर गए थे. इसके बाद अस्पताल के डॉक्टरों ने उनके हाथ का ऑपरेशन किया.

ऑपरेशन के 3-4 घंटे बीतने के बाद भी डॉक्टर शीतल प्रसाद को बाहर लेकर नहीं आए. जब इस संबध में स्टाफ से पूछताछ की, तो पता चला कि मरीज की हालत गंभीर है. मृतक के बेटे का आरोप है कि डॉक्टरों ने उसके पिता को वेंटिलेटर पर सिफ्ट करके इलाज किया.

इस दौरान किसी व्यक्ति को मरीज से नहीं मिलने दिया. सोमवार की सुबह जब बृजेश जबरन आईसीयू में दाखिल हुआ, तो देखा की मरीज की हालत काफी नाजुक है, कुछ समय बाद मरीज की मौत हो गई. घटना के बाद मृतक के परिजनों ने आरोपी डॉक्टर व अस्पताल संचालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है. इस संबंध में सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि मृतक के परिजनों से लिखित रिपोर्ट मांगी गई है. जांच में यदि लापरवाही मिलेगी, तो अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

इसे पढ़ें- Hijab Row: हिजाब इस्लाम धर्म का अनिवार्य हिस्सा नहीं, याचिका खारिज

लखनऊ : शहर के एक निजी अस्पताल में डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही देखने को मिली है. डॉक्टरों की लापरवाही के चलते एक मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गई. इसके बाद मरीजों के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया. आरोप है कि मरीज का हाथ में फ्रैक्चर हो गया था. जिसका इलाज कराने के लिए वह अस्पताल में गया था.

मृतक के परिजनों का आरोप है कि फ्रैक्चर का ऑपरेशन करने के बाद से मरीज की तबीयत बिगड़ गई थी. इसके बाद उसे वेंटीलेटर पर शिफ्ट किया गया था. इसी बीच मरीज की मौत हो गई.

मिली जानकारी के मुताबिक, इंदिरानगर के चांदन गांव निवासी शीतल प्रसाद (50 वर्षीय) के हाथ में फ्रैक्चर हो गया था. शीतल प्रसाद हाथ का इलाज कराने के लिए शीतल जानकीपुरम स्थित मंगलम हास्पिटल गए थे. इसके बाद अस्पताल के डॉक्टरों ने हाथ का एक्सरे कराने के बाद ऑपरेशन की सलाह दी.

रविवार की रात को करीब साढ़े नौ बजे डॉक्टर मरीज का ऑपरेशन करने के लिए उसे ऑपरेशन थिएटर ले गए. मरीज के हाथ का ऑपरेशन करने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई. मृतक के बेटे बृजेश कुमार ने बताया कि उसके पिता इलाज कराने के लिए खुद ही बाइक चलाकर गए थे. इसके बाद अस्पताल के डॉक्टरों ने उनके हाथ का ऑपरेशन किया.

ऑपरेशन के 3-4 घंटे बीतने के बाद भी डॉक्टर शीतल प्रसाद को बाहर लेकर नहीं आए. जब इस संबध में स्टाफ से पूछताछ की, तो पता चला कि मरीज की हालत गंभीर है. मृतक के बेटे का आरोप है कि डॉक्टरों ने उसके पिता को वेंटिलेटर पर सिफ्ट करके इलाज किया.

इस दौरान किसी व्यक्ति को मरीज से नहीं मिलने दिया. सोमवार की सुबह जब बृजेश जबरन आईसीयू में दाखिल हुआ, तो देखा की मरीज की हालत काफी नाजुक है, कुछ समय बाद मरीज की मौत हो गई. घटना के बाद मृतक के परिजनों ने आरोपी डॉक्टर व अस्पताल संचालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है. इस संबंध में सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि मृतक के परिजनों से लिखित रिपोर्ट मांगी गई है. जांच में यदि लापरवाही मिलेगी, तो अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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