लखनऊ. उत्तर प्रदेश में पिछले 3 दशकों से अपनी सियासी जमीन तलाश रही कांग्रेस को प्रियंका गांधी से कुछ उम्मीद बंधी थी लेकिन इस चुनाव में कांग्रेस का अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन देखने को मिला है. कांग्रेस की इस हालत का जिम्मेदार कौन होगा? इसके लिए पार्टी का मंथन अभी शुरू भी नहीं हुआ कि उससे पहले ही पार्टी के साथ कदम से कदम मिलाने वाले नेता बागी होते दिखाई देने लगे हैं.
नतीजों के आने से पहले ही पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व वरिष्ठ कांग्रेसी जीशान हैदर ने बगावती तेवर दिखाते हुए कांग्रेस की इस हालात का जिम्मेदार प्रियंका गांधी के निजी सचिव को ठहराया है. उन्होंने उनके खिलाफ सोशल मीडिया में हल्ला बोलते हुए पार्टी छोड़ दी थी. हालांकि अब पार्टी ने उन्हें अनुशासनहीनता के चलते 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है.
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कांग्रेस की अनुशासन समिति के सदस्य श्याम किशोर शुक्ल ने जीशान हैदर को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. पार्टी ने आरोप लगाया कि जीशान हैदर ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की जिसके चलते उनका निष्कासन किया जा रहा है.
गौरतलब है कि जीशान हैदर ने 9 मार्च 2022 को अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद उन्होंने प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह पर एक के बाद एक गंभीर आरोप लगाए थे.
जीशान ने सोशल मीडिया में लिखते हुए संदीप पर आरोप लगाया था कि 380 सीट पर कांग्रेस की जमानत जब्त हुई है जिसका कारण प्रियंका गांधी के नौकर (संदीप सिंह) हैं जिन्होंने पैसे लेकर लोगों को टिकट दिया. यही नहीं, संगठन में भी उन्हीं को बैठाया गया जिन्होंने उनको खुश किया था.