लखनऊ: कानपुर के आईआईटी विशेषज्ञों ने जून में कोरोना वायरस की चौथी लहर की आशंका जताई थी. वहीं, देश में दूसरे वेरिएंट ने भी दस्तक दे दी है. इस बीच यूपी में भी 3 दिन में 4 गुना दैनिक केस बढ़ गए हैं. लिहाजा, सरकार ने दूसरे राज्यों के सीमावर्ती जनपदों को अलर्ट कर दिया है. वेरिएंट(XE) कितना खतरनाक है, इसको लेकर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के ब्लड एंड ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. सुब्रत चंद्रा ने ईटीवी भारत से बातचीत की है.
कितना तेजी से यह फैलता है
डॉ. सुब्रत चंद्रा ने कहा कि एक्सई वेरिएंट के बारे में अभी ज्यादा अध्ययन सामने नहीं आया है. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक एक्सई वेरिएंट ओमिक्रॉन के बीए.1 और बीए.2 का मिलाजुला रूप है. अभी इस वेरिएंट के बारे में कम ही जानकारी मिली है. इसलिए जब तक इस वेरिएंट से संक्रमण की दर, इसकी गंभीरता और इसके चरित्र के बारे में पता नहीं चल जाता है तब तक इसे ओमिक्रॉन का रूप मानकर ही इलाज किया जाएगा. शुरुआती आंकड़ों के आधार पर पाया गया कि बीए-2 के मुकाबले ये वेरिएंट सामुदायिक स्तर पर 10 गुना तेजी से फैलता है, हालांकि यह ज्यादा जानलेवा नहीं बनता है.
एक्सई वैरिएंट के लक्षण
- हल्का बुखार
- गले में खराश
- स्किन में जलन
- डायरिया
- त्वचा संबंधी समस्या
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