लखनऊः एलयू में विवादों में फंसे कम्प्यूटर साइंस के पीएचडी प्रवेश की प्रक्रिया के आगे बढ़ने का रास्ता खुल गया है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने पिछले सत्र से रुकी प्रवेश प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का फैसला लिया है. विश्वविद्यालय प्रशासन का दावा है कि जल्द ही साक्षात्कार कराकर प्रवेश की प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा. कोविड प्रोटोकॉल के मद्देनजर यह साक्षात्कार ऑनलाइन कराने की तैयारी है.
विवाद के चलते फंसे थे दाखिले
लखनऊ विश्वविद्यालय के कम्प्यूटर साइंस विभाग में विवाद चल रहे हैं. जानकारों की मानें तो, विश्वविद्यालय प्रशासन और विभाग के बीच विवादों के चलते पिछले सत्र में पीएचडी में चल रही दाखिले की प्रक्रिया फंस गई थी. विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपरिहार्य कारण बताकर प्रक्रियों को रोक दिया था. लेकिन, तभी से अभ्यर्थी यहां चक्कर लगा रहे हैं. प्रवेश समन्वयक प्रो. पंकज माथुर ने बताया कि जल्द ही यह प्रक्रिया आगे बढ़ेगी. कुछ 44 अभ्यर्थी प्रवेश प्रक्रिया में शामिल हुए थे. जिन्हें अब साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा. उम्मीद है यह साक्षात्कार ऑनलाइन कराए जाएंगे. हालांकि, इसको लेकर विभाग के स्तर पर काफी विरोध है. आरोप लग रहे हैं कि विश्वविद्यालय प्रशासन में बैठे कुछ लोग अपने लाभ के हिसाब से इस प्रवेश प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं.
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यह है विवाद
विश्वविद्यालय के कम्प्यूटर साइंस विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. ब्रजेश सिंह ने विज्ञान संकाय के संकायाध्यक्ष पद को लेकर अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर रखी है. इसको लेकर विवाद की स्थिति बनी हुई है. उनका दावा है कि वह वरिष्ठ हैं. विवाद की स्थिति में शिक्षा संकाय की एक वरिष्ठ शिक्षिका को इस संकाय की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसके साथ ही विभाग बीते दिनों एक शोधार्थी की पीएचडी को लेकर काफी विवादों में रहा है.