लखनऊः नीट प्रवेश परीक्षा के माध्यम से देश के टॉप मेडिकल कॉलेज में दाखिले लिए जाते हैं. नीट-2021 का आयोजन कब होगा? अभी स्पष्ट नहीं है. देश में कोरोना संक्रमण के चलते अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है. लेकिन विशेषज्ञों का माने तो ये छात्रों के लिए अच्छा समय है. वो इस समय का इस्तेमाल अपनी तैयारी को और बेहतर करने के लिए कर सकते हैं. ईटीवी भारत ने इस क्षेत्र के विशेषज्ञ से बात की और नीट में सफलता पाने के साथ देश के टॉप मेडिकल कॉलेज में दाखिला पाने के मंत्र जाने..आप भी जानिए इस रिपोर्ट से...
प्रश्नः देश के टॉप मेडिकल कॉलेज और यूनिवर्सिटी में दाखिले के लिए कितने तरह की प्रवेश परीक्षाएं होती हैं?
उत्तर: एसकेडी एकेडमी के संस्थापक एसकेडी सिंह ने बताया कि पहले मेडिकल कॉलेज और यूनिवर्सिटी में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा अलग-अलग हुआ करती थी. लेकिन अब नीट के नाम से सिर्फ एक परीक्षा होती है. एम्स में भी अब इसी से दाखिले लिए जाते हैं. जवाहरलाल स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान पुडुचेरी एकमात्र ऐसा संस्थान है जो अभी अपनी अलग प्रवेश परीक्षा करा रहा है. हालांकि इसके भी नीट से जुड़ने की बात चल रही है. लेकिन वर्तमान में इनकी प्रवेश परीक्षा अलग है.
उत्तर: एसकेडी एकेडमी के संस्थापक एसकेडी सिंह ने बताया कि इस सूची में दिल्ली का एम्स सबसे पहले स्थान पर है. दाखिले के समय इसकी सबसे ज्यादा मांग होती है. इसके बाद जवाहरलाल स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान, दिल्ली का मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, मुंबई का जीएमसी मेडिकल कॉलेज, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, लखनऊ का किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज है. ये वो कॉलेज है जिनमें दाखिला पाने के लिए छात्रों को अच्छे अंकों की जरूरत होती है.
प्रश्न: सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी को देश के टॉप मेडिकल कॉलेज में दाखिले के लिए कितना स्कोर पाना जरूरी होता है?
उत्तर: नीट का पूरा पेपर 720 अंक का होता है. विशेषज्ञ एसकेडी सिंह बताते हैं कि 720 में से 650 और उससे अधिक अंक पाने वाले सामान्य वर्ग के छात्रों के लिए एम्स में दाखिला लगभग कंफर्म हो चुका होता है. उसके बाद बारी आती है एएफएमसी पुणे, मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, लेडी हार्डिंग कॉलेज, केजीएमयू और दूसरे टॉप कॉलेज की. इनमें दाखिले के लिए 615 से लेकर 650 तक अंक पाने वाले छात्र-छात्राओं को मौका मिल जाता है.
ये हो सकते हैं तैयारी के टिप्स
- बायोलॉजी के छात्रों की फिजिक्स हमेशा कमजोर रहती है. इसलिए अच्छे स्कोर के लिए फिजिक्स पर जोर देना बेहद जरूरी होगा. कम से कम 150 से 155 अंक फिजिक्स में प्राप्त करने का लक्ष्य रखें.
- जूलॉजी बॉटनी में 360 में से 345 से 350 और केमिस्ट्री में 180 में से 165 तक का लक्ष्य तय करें.
- पिछले 10 सालों के प्रश्न पत्रों का अभ्यास जरूर करें. इससे पेपर पेटर्न को समझने के में सहूलियत मिलेगी.
ये है देश के टॉप मेडिकल कॉलेज और यूनिवर्सिटी
1. ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, नई दिल्ली
2. पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, चंडीगढ़
3. क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर तमिलनाडु
4. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंसेज, कर्नाटक
5. संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेस, लखनऊ
6. बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, वाराणसी
7. अमृता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च, केरल
8. जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, पुडुचेरी
9. कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, कर्नाटक
10. किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ
11. इंस्टिट्यूट ऑफ़ लीवर एंड बिलिअरी साइंसेज, दिल्ली
12. मद्रास मेडिकल कॉलेज एंड गवर्नमेंट जनरल हॉस्पिटल, चेन्नई
13. श्री राम चंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च, चेन्नई
14. सेंट जॉन्स मेडिकल कॉलेज, बेंगलुरु
15. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, अलीगढ़
ये है उत्तर प्रदेश के टॉप मेडिकल कॉलेज और यूनिवर्सिटी
(एनआईआरएफ रैंकिंग के मुताबिक)
1. संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेस लखनऊ
2. बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी वाराणसी
3. किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ
4. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी अलीगढ़