लखनऊ : सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने दावा किया है कि उनकी पार्टी के विचारों तथा नीतियों से प्रभावित होकर सैकड़ों की संख्या में कई गांवों के प्रधान, बीडीसी सहित पूर्व प्रधानों ने समाजवादी पार्टी तथा बहुजन समाज पार्टी को छोड़कर पार्टी में शामिल हुए. सभी नेता कार्यकर्ताओं को सदस्यता ग्रहण कराते हुए पूर्व मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने घोसी उपचुनाव में बीजेपी की जीत का दावा किया. उन्होंने कहा कि 'यहां पर सपा की हालत खराब है, सपा के तमाम बड़े नेता अपने प्रत्याशी की जमानत बचाने के लिए यहां प्रचार करने आए थे.'
घोसी में सपा की जीत के दावे पर ओम प्रकाश राजभर ने सवाल किया कि अगर उनकी जीत है तो फिर प्रोफेसर राम गोपाल यादव, शिवपाल यादव गांव-गांव क्यों घूमे और खुद अखिलेश यादव जो कभी उपचुनाव में प्रचार के लिए नहीं जाते थे वो यहां क्यों आए? जब से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी एनडीए में शामिल हुई है. तभी से समाजवादी पार्टी को हार का डर सताने लगा है, जिसकी हताशा अखिलेश यादव, शिवपाल यादव तथा रामगोपाल यादव के चेहरे पर साफ झलकती है. समाजवादी पार्टी तथा बहुजन समाज पार्टी की सरकारों ने सत्ता में रहते हुए दलित, पिछडें, अल्पसंख्यक को धोखा देने का काम किया है.
ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि 'समाजवादी पार्टी जहां पिछड़ों, अल्पसंख्यकों की बात तो करती है, लेकिन जब-जब इन्हें राजनीतिक हिस्सेदारी देने की बात आती है तब-तब समाजवादी पार्टी इनको ठगने का कार्य करती है. आने वाले समय में उत्तर प्रदेश की जनता समाजवादी पार्टी को समाप्तवादी पार्टी बनाते हुए अखिलेश यादव को इटावा (सैफई) भेजने का कार्य करेगी. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी पिछले 20 वर्षों से जातिगत जनगणना की मांग करती आ रही है, फिर चाहे वह सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट को लागू करने की बात ही क्यों न हो. पार्टी आज भी अपने हर मुद्दे पर कायम है, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी आज गरीबों को फ्री इलाज मिले, शिक्षा मिले, महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण मिले, जिसके लिए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की लड़ाई अब भी जारी है.'
इन नेताओं ने सदस्यता ग्रहण की : सदस्यता ग्रहण करने वाले नेताओं में शैलेन्द्र सिंह यादव, अभिषेक मिश्रा, उमेश राय, अशोक राम, रामसमूझ कन्नौजिया, संपत यादव, राजवंत सिंह, मो. अरशद खान, देवेन्द्र कुमार सिंह, कैलाश सिंह, साहेब राज सिंह, दीपक सिंह, गंगाशरण सिंह, रमेश चंद्र बर्नवाल, विशाल, सूबेदार यादव, मो. कलामू, प्रभु यादव, राजकुमार यादव, घनश्याम यादव, राजेश्वर सिंह, बरमजीत सिंह, नागेंद्र सिंह, रमाकांत सरोज, कपिंद्र सरोज, अरविन्द सिंह, अनिल कुमार आदि शामिल रहे.