लखनऊ: उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग अपनी हीला-हवाली के चलते सुर्खियों में बना रहता है. इसके चलते सरकार की भी फजीहत होती है. वर्तमान समय में प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग में 20 निदेशकों के पद हैं, लेकिन इनमें से सिर्फ पांच पदों पर ही निदेशकों की नियुक्ति है, जिसकी वजह से स्वास्थ्य विभाग के कार्यों में हीला-हवाली बनी रहती है.
उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग में निदेशकों के 20 पद हैं, लेकिन इन पदों में सिर्फ 5 पदों पर ही निदेशकों की नियुक्ति की गई है. बाकी पदों का कार्यभार भी इन्हीं पांच निदेशकों के द्वारा ही किया जा रहा है. निदेशकों की कमी का खामियाजा सरकार के साथ-साथ जिला अस्पताल, सीएचसी और पीएचसी में आने वाले मरीजों को भी उठाना पड़ रहा है.
स्वास्थ्य विभाग में सामने आ रही हैं तमाम दिक्कतें
इस वजह से विभागों का क्रियान्वयन भी ढंग से नहीं हो पा रहा. इसके चलते तमाम तरह की दिक्कतें स्वास्थ विभाग में सामने आ रही हैं. सीएचसी, पीएचसी, नर्सिंग, ट्रेनिंग, पैरामेडिकल, डेंटल और सीएमएसडी जैसे प्रमुख विभाग बिना निदेशक के ही चल रहे हैं.