लखनऊ : कोरोना वायरस संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए उत्तर प्रदेश में वैक्सीनेशन किया जा रहा है. वैक्सीनेशन के लिए 1721 बूथ बनाए गए हैं. लखनऊ में वैक्सीनेशन के लिए 98 बूथ बनाए गए हैं. इन बूथों पर वैक्सीनेशन किया जा रहा है. अभियान चलाने के बाद भी लखनऊ में अब मात्र 375 लोगों को ही वैक्सीन लग सकी है. शुक्रवार को 12275 लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए बुलाया गया है. बृहस्पतिवार को भी लखनऊ में 12275 के सापेक्ष मात्र मात्र 2990 फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाई गई थी.
18 फरवरी तक फ्रंटलाइन वर्कर्स को लग जाएगा पहला टीका
लखनऊ में वैक्सीनेशन के तीन चरण में पहले चरण के तहत स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई जानी है. पहले चरण के तहत स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है. आने वाले दिनों में उन्हें दूसरी डोज दी जाएगी. दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाई जानी है. 5 फरवरी को फ्रंटलाइन वर्कर को वैक्सीन लगाने प्रक्रिया शुरू की गई थी. 11 फरवरी को वैक्सीनेशन किया गया. 12 फरवरी को वैक्सीनेशन जारी रहेगा. आगामी 18 फरवरी को उत्तर प्रदेश में फ्रंटलाइन वर्कर को वैक्सीन की पहली डोज लगाई जाएगी. तीसरे चरण में 50 वर्ष से अधिक के व्यक्तियों को वैक्सीन लगाई जाएगी.
6 लाख से अधिक लोगों को लगाई गई वैक्सीन
उत्तर प्रदेश में लगातार वैक्सीनेशन का कार्य जारी है. उत्तर प्रदेश में 6 लाख से अधिक स्वास्थ्य कर्मचारी और प्रिंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. उत्तर प्रदेश देश में सबसे ज्यादा वैक्सीन लगाने वाला राज्य बन गया है. बड़ी संख्या में वैक्सीन लगाई गई है, लेकिन उत्तर प्रदेश में अब तक कहीं भी वैक्सीन का मेजर रिएक्शन देखने को नहीं मिला है.