लखनऊ: केजीएमयू के 4 रेजिडेंट और एक वरिष्ठ डॉक्टर कोरोना की चपेट में आ गए हैं. ऐसे में एमबीबीएस, बीडीएस और नर्सिंग की ऑफलाइन पढ़ाई पर ब्रेक लगा दिया गया है. अब पढ़ाई ऑनलाइन होगी, वहीं दीक्षांत समारोह में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना बतौर मुख्यमंत्री मौजूद रहेंगे.
केजीएमयू में एमबीबीएस, बीडीएस, पीजी, सुपर स्पेशिलिटी और नर्सिंग के हजारों छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर रहे हैं. इस समय कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ गया है, ऐसे में केजीएमयू प्रशासन ने क्लास में पढ़ाई पर रोक लगा दी है. अब ऑनलाइन क्लास चलेंगी. दरअसल, कोरोना की दूसरी लहर में केजीएमयू के 50 फीसदी से ज्यादा डॉक्टर और कर्मचारियों को वायरस ने गिरफ्त में ले लिया था. इसकी वजह से मरीजों का इलाज और मेडिकल छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो गई थी.
दीक्षांत में दिए जायेंगे 64 मेडल
केजीएमयू का दीक्षांत समारोह 8 जनवरी को होगा, जबकि 116वां स्थापना दिवस समारोह 9 जनवरी को होगा. दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल अध्यक्षता करेंगी. वह मेधावियों को मेडल प्रदान करेंगी, जबकि चिकित्सा शिक्षा और वित्त मंत्री सुरेश खन्ना मुख्य अतिथि होंगी. ये समारोह अटल बिहारी वाजपेई सांइटिफिक कनवेंशन सेंटर में होगा. दीक्षांत समारोह में केजीएमयू के प्रतिष्ठित हीवेट और चांसलर मेडल समेत 64 अन्य मेडल दिये जाएंगे. स्थापना दिवस समारोह में कुल 90 मेडल दिए जाएंगे.
पैरामेडिकल छात्रों का प्रदर्शन
केजीएमयू समेत 100 पैरामेडिकल कॉलेजों का रिजल्ट फंसा है. ऐसे में स्टेट मेडिकल फैकल्टी भवन पहुंचकर छात्रों ने प्रदर्शन किया. पैरामेडिकल के 12 कोर्सों की परीक्षा अक्टूबर में हुई थी, रिजल्ट न आने की वजह से छात्र नौकरी के लिए आवेदन नहीं कर पा रहे हैं.
नर्सों ने किया विरोध
नर्सों की भर्ती का परिणाम जारी हो गया है. ऐसे में ज्वॉइनिंग की वरीयता के आधार पर सीनियरटी का दावा किया गया. वहीं सीनियरटी रैंकिंग के आधार पर मांगी गयी है.