लखनऊ: डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि में कुलपति प्रो. विनय पाठक की अध्यक्षता में बुधवार को आत्मनिर्भर भारत अभियान पर ऑनलाइन लेक्चर सीरीज का पांचवां विशेषज्ञ व्याख्यान टीक्यूप-3 के तत्वावधान में आयोजित किया गया. भारत अभियान लेक्चर सीरीज का यह लेक्चर "आत्मनिर्भर भारत में फिनटेक के योगदान" विषय पर आयोजित किया गया.
कार्यक्रम का शुभारंभ डीन उद्यमिता एवं स्नातक प्रो. सुबोध वैरिया ने आत्मनिर्भर भारत अभियान व्याख्यानमाला में विशेषज्ञ वक्ता आईआईएम, लखनऊ के आचार्य प्रो. प्रकाश सिंह के स्वागत से किया. इस अवसर पर प्रतिकुलपति प्रो. विनीत कंसल ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान अवधारणा को मूर्तरूप प्रदान करने के लिए तकनीकी शिक्षा से जुड़े विद्यार्थियों को नवाचारों के प्रति अभिरुचि बढ़ानी होगी.
प्रो. प्रकाश सिंह ने कहा कि विद्यार्थियों को हाल ही में शुरू हुए स्टार्टअप और इनोवेटिव बिजनेस आइडिया की केस स्टडी करनी चाहिए, जिससे उनकी स्टार्टअप आईडियाज की बारीकियों को जानने का अवसर मिलेगा. उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का सपना तभी पूरा हो सकता है, जब स्थानीय मार्केट में स्वदेशी उत्पाद की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके. उन्होंने कहा कि हमें इनोवेशन को स्टार्टअप और बिजनेस प्लान में तब्दील करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करना होगा. ऑनलाइन व्याख्यान में लगभग 125 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया.
ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमेंट का प्रोग्राम सम्पन्न
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि के द्वारा अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित पांच दिवसीय ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमेंट का प्रोग्राम भी विधिवत रूप से सम्पन्न किया गया. विवि के प्रतिकुलपति एवं एफडीपी के समन्वयक प्रो. विनीत कंसल ने बताया कि यह पांच दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम एडवांस रिसर्च एप्लीकेशंस इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषय पर आयोजित की गई. उन्होंने कहा कि एफडीपी आयोजन का उद्देश्य विवि के सम्बद्ध संस्थनों को शिक्षकों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विषय में नवीन जानकारी और शोध की संभावनाओं से अवगत कराना है.
उन्होंने बताया कि एफडीपी में जेएनयू के प्रो. आरके अग्रवाल, आईआईआईटी, इलाहबाद के प्रो. तपोब्रत लहेरी, जेएनयू के प्रो. डीपी विद्यार्थी, जेएनयू के प्रो. एस बाला सुंदरम, आईआईटी, कानपुर के डॉ. अमेय करकरे, बीएचयू, वाराणसी प्रो. विवेक कुमार सिंह, आईआईटी इंदौर के डॉ. एम तनवीर और बिट्स पिलानी की डॉ. विनती अग्रवाल बतौर जैसे देश के प्रतिष्ठित आचार्यों द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विषय में जानकारी साझा की गई. उन्होंने बताया कि प्रत्येक दिन तीन सेशन आयोजित किए गए. एफडीपी में विभिन्न सम्बद्ध संस्थानों ने 200 से अधिक शिक्षकों ने प्रतिभाग किया.