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लखनऊ: ऐप इंस्टॉल कराकर 21663 रुपयों की ऑनलाइन ठगी

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक युवक के अकाउंट से 21,663 रुपये की ऑनलाइन ठगी हुई है. दरअसल, युवक ने किस्त संबंधी अपनी शिकायत को लेकर फाइनेंस कंपनी के कस्टमर केयर को फोन किया. फोन पर उससे ऐनीडेस्क ऐप डाउनलोड कराकर ठगी की घटना को अंजाम दिया गया.

क्राइम ब्रांच
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Published : May 14, 2020, 8:01 PM IST

लखनऊ: साइबर क्राइम सेल लगातार ऑनलाइन ठगी पर लगाम लगाने का प्रयास कर रही है. वहीं ऑनलाइन ठगी करने वाले लोग अपराध को अंजाम देने से चूक नहीं रहे हैं. लॉकडाउन में साइबर सेल को यह जलसाज लगातार चुनौती दे रहे हैं. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पीड़ित फैसल बेग से एनी डेस्क नाम का ऐप डाउनलोड कर 21,663 रुपए की ठगी की गई है.

पीड़ित का कहना है कुछ दिन पहले उसने एक मोबाइल किस्तों पर खरीदा था, जिसकी किस्त का लगातार भुगतान कर रहा था. लॉकडाउन के दौरान फोन की किस्त खाते से काटे जाने पर फैसल ने फाइनेंस कम्पनी के कस्टमर केयर से फोन पर बात की. फोन पर कस्टमर केयर से बातचीत में पीड़ित से कहा गया कि आपका पैसा 10 मिनट के अंदर वापस आ जाएगा. आप कृपया लाइन पर बने रहिए.

कुछ ही देर बाद पीड़ित से कहा गया कि आप एनीडेस्क नाम का एक ऐप डाउनलोड कीजिए और डाउनलोड करने के बाद उसको ओपन कीजिए. ओपन करने के बाद जो मैसेज आया है, आप उसे फॉरवर्ड कर दें. यह मैसेज फॉरवर्ड करते ही पीड़ित के खाते से 21663 रुपए की ठगी कर ली गई. यह पूरी वारदात 10 मिनट मिनट में अंजाम दी गयी. पीड़ित फैसल शिकायत लेकर क्राइम ब्रांच की साइबर सेल के पास पहुंचा और लिखित में सूचना दी. एसीपी साइबर क्राइम विवेक रंजन राय का कहना है कि लिखित सूचना के आधार पर कार्रवाई की जा रही है.

लखनऊ: साइबर क्राइम सेल लगातार ऑनलाइन ठगी पर लगाम लगाने का प्रयास कर रही है. वहीं ऑनलाइन ठगी करने वाले लोग अपराध को अंजाम देने से चूक नहीं रहे हैं. लॉकडाउन में साइबर सेल को यह जलसाज लगातार चुनौती दे रहे हैं. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पीड़ित फैसल बेग से एनी डेस्क नाम का ऐप डाउनलोड कर 21,663 रुपए की ठगी की गई है.

पीड़ित का कहना है कुछ दिन पहले उसने एक मोबाइल किस्तों पर खरीदा था, जिसकी किस्त का लगातार भुगतान कर रहा था. लॉकडाउन के दौरान फोन की किस्त खाते से काटे जाने पर फैसल ने फाइनेंस कम्पनी के कस्टमर केयर से फोन पर बात की. फोन पर कस्टमर केयर से बातचीत में पीड़ित से कहा गया कि आपका पैसा 10 मिनट के अंदर वापस आ जाएगा. आप कृपया लाइन पर बने रहिए.

कुछ ही देर बाद पीड़ित से कहा गया कि आप एनीडेस्क नाम का एक ऐप डाउनलोड कीजिए और डाउनलोड करने के बाद उसको ओपन कीजिए. ओपन करने के बाद जो मैसेज आया है, आप उसे फॉरवर्ड कर दें. यह मैसेज फॉरवर्ड करते ही पीड़ित के खाते से 21663 रुपए की ठगी कर ली गई. यह पूरी वारदात 10 मिनट मिनट में अंजाम दी गयी. पीड़ित फैसल शिकायत लेकर क्राइम ब्रांच की साइबर सेल के पास पहुंचा और लिखित में सूचना दी. एसीपी साइबर क्राइम विवेक रंजन राय का कहना है कि लिखित सूचना के आधार पर कार्रवाई की जा रही है.

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