लखनऊ: राजधानी के चौक क्षेत्र के रिवर बैंक कॉलोनी की पुरानी जर्जर बिल्डिंग बुधवार सुबह भरभरा कर गिर गई. इस बिल्डिंग में दबकर 21 वर्षीय युवक गौरव त्रिवेदी की मौत हो गई. बिल्डिंग लगभग 80 वर्ष पुरानी बताई जा रही है. 49 भवन इस कॉलोनी में और हैं. इसकी नगर निगम के अधिकारियों से कई बार शिकायत की गई थी, पर नगर निगम के अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा युवक को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा. इस बिल्डिंग के गिरने के बाद आसपास के बड़ी संख्या में युवा देवदूत बनकर अपने युवक को बचाने आए. पर अफसोस यह कि काफी मशक्कत के बावजूद भी वह उसे बचाने में असफल साबित हुए, इसका उनको अफसोस भी है.
स्थानीय युवकों ने बिल्डिंग में फंसे लोगों को बचाने की भरपूर कोशिश की पर वह नाकाम रहे. 2 घंटे की देरी से पहुंची जेसीबी और एनडीआरएफ की टीम ने मलबा हटाकर जब युवक को बाहर निकाला, तब तक युवक की सांसें थम चुकी थी.
ईटीवी भारत से बयांं किया दर्द
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए स्थानीय युवाओं ने बताया कि जिस समय यह बिल्डिंग गिरी, उस समय हम लोग सो रहे थे. अचानक से आवाज आई और चारों तरफ धूल ही धूल हो गई. अंदर से 'बचाओ-बचाओ' की आवाज आने लगी. हम गली के सभी लड़कों ने मिलकर मदद करने की कोशिश की, पर हम लोग असफल रहे. 2 घंटे बाद जब जेसीबी आई और मलबा हटा, तब युवक को बाहर निकाला गया. उस समय तक युवक की मौत हो चुकी थी.
युवक ने उठाए नगर निगम की कार्यशैली पर सवाल
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए युवकों ने बताया कि इस बिल्डिंग को लेकर कई बार नगर निगम में शिकायत की जा चुकी है पर नगर निगम ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. जिस तरह से यह बिल्डिंग सिंगल सरिया पर बनाई गई है, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि नगर निगम बिल्डिंग बनाने को लेकर कितना गंभीर है. आमतौर पर जो भी बिल्डिंग बनती है, उसमें लोहे का जाल बुना जाता है पर इस बिल्डिंग में सरिया के सहारे ही निर्माण हुआ.
जिलाधिकारी, नगर आयुक्त व मंत्री ने किया दौरा
रिवर बैंक कॉलोनी में बिल्डिंग गिरने की जानकारी के बाद लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश, नगर आयुक्त अजय द्विवेदी और विधि व न्याय मंत्री बृजेश पाठक ने स्थलीय निरीक्षण किया.
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बताते चलें कि राजधानी लखनऊ में बड़ी संख्या में ऐसी पुरानी इमारतें हैं, जो काफी जर्जर हालत में है. ऐसे में यदि नगर निगम ने समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया तो आने वाले समय में इस तरह के हादसे और भी होते रहेंगे और इसका खामियाजा आम जनता को अपनी जान देकर चुकाना पड़ेगा.