लखनऊ : रोडवेज के संविदा चालक-परिचालकों को अपने काम में लापरवाही बरतना काफी महंगा पड़ गया. लखनऊ परिक्षेत्र के अवध बस डिपो में तैनात एक कंडक्टर और चार ड्राइवरों (One conductor and four drivers) को नौकरी से निकाल दिया गया. यह कारवाई अवध डिपो के एआरएम गोपाल दयाल ने करते हुए सभी पांचों संविदा कर्मियों के बर्खास्तगी का आदेश गुरुवार को जारी कर दिया.
एआरएम गोपाल दयाल ने बताया कि सभी कर्मचारी बिना बताए ड्यूटी से गायब थे. नई तैनाती स्थल पर ज्वाइन नहीं करना और यात्रियों से दुर्व्यवहार करने के मामले में क्षेत्रीय प्रबंधक के आदेश पर यह कारवाई की गई है. जिसमें अवध डिपो में तैनात परिचालक उमेश कुमार के अलावा चालक राजन कुमार, सूरज पाल सिंह, जयचंद, दीपक पाठक पर काम में लापरवाही बरतना और आदेशों का पालन नहीं करने के आरोप में संविदा समाप्त करते हुए नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है. विभाग विभाग एक लोड वाले क्षेत्र में बसों की संख्या कम करने की तैयारी में है. इससे की मुनाफा बड़े और घाटा कम हो. ज्ञात हो कि विभाग लगातार बसों के संचालन को बेहतर करने और यात्रियों की सुविधाओं में बढ़ोतरी करने की तमाम योजनाएं लागू कर रहा है.
परिवहन निगम प्रदेश के अन्य डिपो में ऐसे कर्मचारियों की तलाश कर रहा है. इसके लिए निगम की ओर से हर डिपो से गायब चल रहे संविदा कर्मचारियों की सूची तैयार की जा रही है. सूची तैयार होने के बाद इन सभी कर्मचारियों को जल्द से जल्द ड्यूटी ज्वाइन करने का नोटिस जारी किया जाएगा. नोटिस जारी होने के बाद जो कर्मचारी ड्यूटी ज्वाइन कर लेंगे, उनको छोड़कर बाकी शेष बचे हुए कर्मचारियों पर निलंबन की कार्रवाई की जाएगी.
वहीं विभागीय मंत्री दयाशंकर सिंह ने गुरुवार को अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में निर्देश दिया था कि डिमांड को देखते हुए जल्द ही चित्रकूट और कौशांबी डिपो में बसों का संचालन शुरू किया जाएगा.