लखनऊ: 69000 शिक्षक भर्ती मामले में मूल अभिलेखों की जांच कराकर नियुक्ति दिए जाने के मामले को लेकर जीआईसी मैदान पर 31 दिनों से अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रहे हैं. बुधवार को अभ्यर्थियों के सब्र का बांध टूट गया इसके बाद वे प्रदर्शन करते हुए सड़क पर उतर आए. प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने बुधवार को एनसीईआरटी गेट के बाहर भीख मांग कर विरोध प्रदर्शन किया.
आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं छात्र
एनसीईआरटी निशातगंज लखनऊ के जीआईसी ग्राउंड पर पिछले 31 दिनों से सैकड़ों अभ्यर्थी नियुक्ति की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं. छात्रों की मांग है कि हमारे मूल अभिलेखों की जांच कर जल्द से जल्द नियुक्ति दी जाए. छात्रों का कहना है कि शिक्षा महानिदेशक से आश्वासन तो मिलता है लेकिन उस पर कोई काम नहीं हो रहा है. छात्रों ने यह भी बताया कि आर्थिक तंगी की विकट समस्या बनी हुई है. खाने तक के पैसे नहीं हैं और दूसरी तरफ ठंड से हाल बेहाल है. रेलवे स्टेशन व रैन बसेरे में जाकर रात गुजार रहे हैं. इन परिस्थितियों में अभ्यर्थियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि अगर हमारे साथ कोई अप्रिय घटना होती है तो इसके जिम्मेदार केवल बेसिक शिक्षा के अधिकारी होंगे.
मांग पूरी नहीं होने तक धरना जारी रहेगा
अभ्यर्थियों का कहना है कि हम लोग धरना स्थल पर 1 जनवरी से रोजाना दैनिक उपवास पर बैठे हैं. हम लोगों को पिछले कई दिनों से सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है कि हम लोगों का काम जल्दी हो जाएगा, लेकिन कार्य में कोई प्रगति होती दिखाई नहीं दे रही है. अब तो खाने तक के पैसे नहीं बचे हैं इसलिए आज हम लोगों ने भीख मांग कर विरोध प्रदर्शन किया है. हमारा सरकार से निवेदन है कि हमारी मांगों पर ध्यान दिया जाए और जल्द से जल्द मूल अभिलेखों की जांच कर हम सभी को नियुक्ति दी जाए. अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक संशोधन कर हमारी नियुक्ति नहीं हो जाती धरना जारी रहेगा.