लखनऊ: विधान परिषद के वेल में गुरुवार दोपहर से धरना पर बैठे शिक्षक दल के नेता ओम प्रकाश शर्मा ने शाम 5 बजे के बाद मान गए. नेता सदन डॉक्टर दिनेश शर्मा और नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन के अनुरोध पर उन्होंने धरना खत्म किया.
विधान परिषद में शिक्षक दल के नेता ओम प्रकाश शर्मा ने अपना विरोध तब दर्ज कराया, जब शिक्षा सेवा चयन आयोग विधेयक 2019 को बगैर संशोधन प्रस्ताव स्वीकृत किए सरकार ने परिषद से पास करा लिया. सदन की परंपराओं की अवहेलना का आरोप लगा रहे ओम प्रकाश शर्मा और शिक्षक दल के अन्य नेता धरने पर बैठ गए. उनके साथ समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के सदस्य भी वेल में धरने पर बैठे रहे. बहुजन समाज पार्टी के सदस्य वेल में धरने पर नहीं बैठे, लेकिन सदन में मौजूद रहकर धरने का समर्थन करते रहे.
नेता सदन डॉक्टर दिनेश शर्मा ने शिक्षक दल के नेता ओम प्रकाश शर्मा को मनाने की दो बार कोशिश की. शाम 5 बजे नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन ने भी ओमप्रकाश शर्मा से अनुरोध किया कि अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए वह धरना खत्म कर दें. इसके बाद ओम प्रकाश शर्मा ने अपना धरना खत्म किया.
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शर्मा ने धरने को जायज बताते हुए कहा कि जब सदन में प्रश्न प्रहर और शून्य काल का कामकाज नहीं हो सका तो विधेयक को पारित करने में इतनी जल्दबाजी क्यों की गई. शिक्षक दल की ओर से विधेयक में संशोधन प्रस्ताव जोड़ा गया था. उस पर विचार किया जाना सदन में आवश्यक था. सत्ता पक्ष ने संशोधन प्रस्ताव पर चर्चा कराए बगैर विधेयक पारित कराया है. यह विधेयक शिक्षकों के लिए काला कानून है.