लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रदेश भर में तमाम ऐसे बस स्टेशन है, जहां पर यात्रियों को पसीना बहाते हुए बस का इंतजार करना पड़ता है. बस स्टेशनों पर हवा के लिए पंखे नहीं हैं. इसके अलावा चिलचिलाती धूप और प्रचंड गर्मी में पीने के पानी की भी व्यवस्था नहीं है. उन्हें मजबूरन खरीदकर ही पानी पीना पड़ता है.
यात्रियों की इस समस्या को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (Uttar Pradesh State Road Transport Corporation) के प्रबंध निदेशक संजय कुमार ने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी है कि बस स्टेशनों (UPSRTC Bus Station) पर 15 अप्रैल से पहले यात्री सुविधा को ध्यान में रखकर पीने के पानी के व्यवस्था की जाए. इतना ही नहीं गर्मी में यात्रियों को पसीना न बहाना पड़े, इसलिए बस स्टेशन पर पंखों को भी दुरुस्त करा लिया जाए. जो अधिकारी लापरवाही करेंगे, उन पर सख्त एक्शन लिया जाएगा.
बस पकड़ने के लिए बस स्टेशन पहुंचने वाले यात्रियों को पीने के पानी की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा. इसके अलावा प्रचंड गर्मी में बस के इंतजार में उन्हें पसीना भी नहीं बहाना होगा. यात्री सुविधा को ध्यान में रखकर बस स्टेशन पर हवा के लिए पंखों की व्यवस्था होगी. इसके अलावा सूखते हुए गले को तर करने के लिए पीने के पानी की उचित व्यवस्था की जाएगी. परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक संजय कुमार ने यात्रियों की सुविधा के लिए 15 अप्रैल तक का समय रोडवेज अधिकारियों को दिया.
यूपी रोडवेज बस अड्डों पर पानी की परेशानी को लेकर उन्होंने कहा है कि इस अवधि तक हरहाल में व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली जाएं. जरा सी भी कोताही की शिकायत मिलेगी, तो परिवहन निगम के स्टेशन इंचार्ज खामियाजा भुगतने के लिए तैयार रहें. प्रबंध निदेशक संजय कुमार ने कहा है कि प्रदेश भर के 220 बस स्टेशनों पर यात्री सुविधा का ख्याल रखा जाए. जहां वाटर कूलर और पंखे में गड़बड़ी है उसे समय रहते दुरुस्त करा लें.
पेटीएम से बसों में भुगतान की व्यवस्था: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक संजय कुमार ने बताया कि आए दिन बसों में परिचालकों और यात्रियों को फुटकर पैसे की समस्या का सामना करना पड़ता है. यात्री की तरफ से किराए का भुगतान करते समय जब बड़ा नोट दिया जाता है, तो फुटकर देने में दिक्कत आती है. ऐसे में अब यात्रियों के लिए यह विकल्प मौजूद है कि वे पेटीएम से भुगतान कर सकते हैं. इससे चेंज पैसे की कोई समस्या नहीं होगी. यह व्यवस्था परिवहन निगम ने शुरू कर दी है.
ये भी पढ़ें- Religious Conversion: गाजीपुर में बीमारी दूर करने के नाम पर जारी था धर्मांतरण का खेल, FIR दर्ज