लखनऊ: बीते दिनों राजधानी में सीएए को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन के चलते स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी. शहर में अमन और चैन की स्थिति कायम करने के लिए प्रशासन को काफी मशक्कत उठानी पड़ी थी. इस दौरान लखनऊ में ऐतिहासिक इमारतों को देखने आने वाले पर्यटकों की संख्या में कमी देखने को मिली. हुसैनाबाद ट्रस्ट को करीब 5 लाख का घाटा हुआ.
राजधानी लखनऊ में ऐतिहासिक इमारतों को देखने आने वाले पर्यटकों की संख्या में काफी कमी देखने को मिली. 19 दिसंबर को विरोध प्रदर्शन के बाद पूरे हफ्ते लखनऊ में पर्यटक कम दिखे. इस बीच अगर आंकड़ों की बात करें तो करीब 10,000 पर्यटक इस दौरान लखनऊ में हुसैनाबाद ट्रस्ट से संबंधित सभी इमारतों को देखने नहीं आ सके.
पर्यटकों के न आने के बाद इमामबाड़ा के अंदर गाइड करने वाले गाइडों की भी आमदनी कम हुई. दूसरी ओर, दैनिक मजदूरी करने वाले तांगा चालक भी इससे प्रभावित दिखे.
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जिस तरह से विरोध प्रदर्शन हुआ था, उस दौरान पूरे हफ्ते पर्यटक कम आये. अगर संख्या की बात करें तो करीब 10,000 पर्यटक यहां पर नहीं पहुंच सके. हालांकि अब स्थितियां सामान्य है और पुनः पर्यटक लखनऊ में ऐतिहासिक इमारतों को देखने आने लगे हैं.
-संतोष कुमार,एडीएम