लखनऊ: कोरोना संक्रमण के मामले में दिसंबर का महीना जनता और स्वास्थ्य विभाग के लिए खुशियों भरा है. बीते नवंबर में लखनऊ शहर में संक्रमण की दर 3.9 फीसदी थी, तो वहीं दिसम्बर में दर में गिरावट दर्ज की गई है. सीएमओ डॉक्टर संजय भटनागर ने बताया कि इस महीने में संक्रमण की दर 3.7 फीसदी है.
त्योहारों पर खरीदारी के लिए उमड़ी भीड़ ने नहीं बढ़ा दी थी चिंताएं
नवंबर में कई त्योहार पड़े थे. इनमें खास त्योहारों में करवाचौथ, धनतेरस और दिवाली में बाजारों में खरीदारों के लिए बंपर भीड़ देखी गई थी. इन त्योहारों में बाजारों की स्थिति को देखते हुए शासन-प्रशासन सभी के हाथ-पैर फूल गए थे. इतना ही नहीं शोरूम से लेकर मिठाइयों की दुकानें में भी बंपर भीड़ थी. बावजूद इसके दिसंबर में संक्रमण के आंकड़ों में गिरावट आने से प्रशासन को काफी शुकून मिला है.
शहर में नहीं दिखी संक्रमण की दूसरी लहर
नोडल ऑफिसर एसीएमओ डॉ. एनके सिंह ने बताया कि यह आंकड़े सरकार द्वारा समय-समय पर जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन करने से संभव हो सके. उन्होंने कहा कि शहर में संक्रमण दूसरी लहर नहीं दिखाई दी. उन्होंने कहा कि इसका मुख्य श्रेय कांटेक्ट ट्रेसिंग, टारगेटेड सैम्पलिंग, ज्यादा से ज्यादा एंटीजन और आरटीपीसीआर टेस्ट की रणनीति को जाता है. इनके मुताबिक दिसंबर में एक दिन में रोजाना 9 हजार से 11 हजार तक टेस्ट किए जा रहे हैं.
दिसंबर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में आई गिरावट - लखनऊ कोरोना संक्रमण
दिसंबर में कोरोना संक्रमण की दर कम होने से शासन-प्रशासन को राहत की सास मिली है. सीएमओ ने बताया कि दिसंबर में संक्रमण की दर 3.7 फीसदी.
लखनऊ: कोरोना संक्रमण के मामले में दिसंबर का महीना जनता और स्वास्थ्य विभाग के लिए खुशियों भरा है. बीते नवंबर में लखनऊ शहर में संक्रमण की दर 3.9 फीसदी थी, तो वहीं दिसम्बर में दर में गिरावट दर्ज की गई है. सीएमओ डॉक्टर संजय भटनागर ने बताया कि इस महीने में संक्रमण की दर 3.7 फीसदी है.
त्योहारों पर खरीदारी के लिए उमड़ी भीड़ ने नहीं बढ़ा दी थी चिंताएं
नवंबर में कई त्योहार पड़े थे. इनमें खास त्योहारों में करवाचौथ, धनतेरस और दिवाली में बाजारों में खरीदारों के लिए बंपर भीड़ देखी गई थी. इन त्योहारों में बाजारों की स्थिति को देखते हुए शासन-प्रशासन सभी के हाथ-पैर फूल गए थे. इतना ही नहीं शोरूम से लेकर मिठाइयों की दुकानें में भी बंपर भीड़ थी. बावजूद इसके दिसंबर में संक्रमण के आंकड़ों में गिरावट आने से प्रशासन को काफी शुकून मिला है.
शहर में नहीं दिखी संक्रमण की दूसरी लहर
नोडल ऑफिसर एसीएमओ डॉ. एनके सिंह ने बताया कि यह आंकड़े सरकार द्वारा समय-समय पर जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन करने से संभव हो सके. उन्होंने कहा कि शहर में संक्रमण दूसरी लहर नहीं दिखाई दी. उन्होंने कहा कि इसका मुख्य श्रेय कांटेक्ट ट्रेसिंग, टारगेटेड सैम्पलिंग, ज्यादा से ज्यादा एंटीजन और आरटीपीसीआर टेस्ट की रणनीति को जाता है. इनके मुताबिक दिसंबर में एक दिन में रोजाना 9 हजार से 11 हजार तक टेस्ट किए जा रहे हैं.