लखनऊ: कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को अपने लखनऊ दौरे में पार्टी के छात्र संगठन एनएसयूआई के प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारियों के साथ लंबी मंत्रणा की. भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के अध्यक्ष नीरज कुंदन ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में युवाओं से सीधा संपर्क करने की जिम्मेदारी एनएसयूआई को सौंपी गई है.
बेरोजगारी और देश में सकल घरेलू उत्पाद की गिरती दर ने युवाओं को भी सोचने के लिए मजबूर कर दिया है. हमारी कोशिश युवाओं को देश के नव निर्माण अभियान से जोड़ने की है आज का युवा इमोशनल है लेकिन उसे गुमराह नहीं किया जा सकता।
प्रियंका गांधी संगठन के कामकाज की समीक्षा
प्रियंका गांधी के साथ हुई बैठक के बाद बाहर निकले एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बताया कि संगठन के कामकाज की समीक्षा के दौरान प्रियंका गांधी की ओर से बेहद सकारात्मक सुझाव मिले हैं. उन पर अमल कर संगठन को और प्रभावी बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी ने प्रदेश के सभी जिलों में एनएसयूआई के सांगठनिक ढांचे की जानकारी हासिल की है. कौन से जिले में संगठन कमजोर है कहां पदाधिकारी सक्रिय नहीं है. इस सब की जानकारी करने के बाद उन्होंने संगठन के प्रदेश प्रभारी ललितेश पति त्रिपाठी को जिम्मेदारी सौंपी है.
बिगड़ती अर्थव्यवस्था जैसे मुद्दों को लेकर जाएंगे युवाओं के पास
नीरज कुंदन ने बताया कि वाराणसी इलाहाबाद मेरठ समेत कई जिलों में संगठन बेहद प्रभावी स्थित में है. बीएचयू में संगठन के कई पदाधिकारी चुनाव जीते हैं. इसी तरह मेरठ में भी छात्र संघ चुनाव में 2 साल पहले संगठन को जीत मिली, लेकिन छात्र संगठनों में मिल रही जीत से घबराकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने शिक्षण संस्थानों में छात्र राजनीति पर रोक लगा रखी है. इसके बावजूद हमारा संगठन छात्रों और युवाओं के मुद्दों को लेकर सक्रिय है.
प्रियंका गांधी से मिले निर्देशों के अनुसार एनएसयूआई के कार्यकर्ता कैंपस में बेरोजगारी और बिगड़ती अर्थव्यवस्था जैसे मुद्दों को लेकर युवाओं के पास जाएंगे. उन्हें देश हित में फैसला लेने के लिए प्रेरित करेंगे हमारा मानना है कि इससे संगठन की ताकत बढ़ेगी और युवाओं को अपनी समस्याओं का समाधान मिल सकेगा.
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