लखनऊ: राजधानी स्थित केजीएमयू में बेहतर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए केजीएमयू प्रशासन ने अपने विभागों की रैंकिंग कराने का फैसला लिया है. जिससे कि आने वाले दिनों में इन विभागों की रैंकिंग के आधार पर इनकी स्तर को बेहतर किया जा सके.
केजीएमयू में विभागों की होगी रैंकिंग
लखनऊ के केजीएमयू में चरमराई इलाज की व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए क्वालिटी एश्योरेंस सेल ने नया फॉर्मेट बनाया है. ऐसे में कार्यों का लेखा-जोखा भरकर जमा करना होगा. इसके आधार पर रैंकिंग तय की जाएगी. इसी के तहत केजीएमयू में पहली बार विभागों की आंतरिक रैंकिंग होगी. चार श्रेणियों में नौ नौ विभागों को शामिल किया गया है. क्लीनिकल, नॉनक्लिनिकल, डेंटल और सुपर स्पेशियल्टी ग्रुप को अलग-अलग बांटा गया है.
विभागों को बेहतर बनाने के लिए हो रही रैंकिंग
नौ नौ विभागों से सम्मिलित इन ग्रुपों में जिस विभाग को सबसे ज्यादा नंबर मिलेंगे, उसे स्थापना दिवस पर नंबर वन का रिकॉर्ड दिया जाएगा. इससे विभागों का शोध, इलाज, सुविधाएं और शिक्षण कार्य को प्राथमिकता दी जाए. इस रैंकिंग व्यवस्था के पीछे के केजीएमयू प्रशासन की मंशा है कि केजीएमयू में बने विभागों में अच्छे कार्य करने के लिए आपस में प्रतिस्पर्धा बनी रहे, जिससे कि विभागों के कार्य स्तर भी बढ़े और यहां आने वाले मरीजों को बेहतर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मिल पाए.
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