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लखनऊ: KGMU में अब विभगों की होगी रैंकिंग, सुधरेगी चिकित्सा व्यवस्था

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Published : Feb 11, 2020, 9:15 AM IST

राजधानी लखनऊ स्थित KGMU में चरमराई इलाज की व्यवस्था को सुधारने के लिए KGMU प्रशासन ने एक नया कदम उठाया है. केजीएमयू प्रशासन द्वारा अपने ही विभागों की रैंकिंग कराई जाएगी, जिससे मरीजों को बेहतर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा प्रदान की जा सके.

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केजीएमयू प्रशासन अपनाएगी विभागों के लिए रैंकिंग प्रणाली

लखनऊ: राजधानी स्थित केजीएमयू में बेहतर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए केजीएमयू प्रशासन ने अपने विभागों की रैंकिंग कराने का फैसला लिया है. जिससे कि आने वाले दिनों में इन विभागों की रैंकिंग के आधार पर इनकी स्तर को बेहतर किया जा सके.

केजीएमयू प्रशासन अपनाएगी विभागों के लिए रैंकिंग प्रणाली.

केजीएमयू में विभागों की होगी रैंकिंग
लखनऊ के केजीएमयू में चरमराई इलाज की व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए क्वालिटी एश्योरेंस सेल ने नया फॉर्मेट बनाया है. ऐसे में कार्यों का लेखा-जोखा भरकर जमा करना होगा. इसके आधार पर रैंकिंग तय की जाएगी. इसी के तहत केजीएमयू में पहली बार विभागों की आंतरिक रैंकिंग होगी. चार श्रेणियों में नौ नौ विभागों को शामिल किया गया है. क्लीनिकल, नॉनक्लिनिकल, डेंटल और सुपर स्पेशियल्टी ग्रुप को अलग-अलग बांटा गया है.

विभागों को बेहतर बनाने के लिए हो रही रैंकिंग
नौ नौ विभागों से सम्मिलित इन ग्रुपों में जिस विभाग को सबसे ज्यादा नंबर मिलेंगे, उसे स्थापना दिवस पर नंबर वन का रिकॉर्ड दिया जाएगा. इससे विभागों का शोध, इलाज, सुविधाएं और शिक्षण कार्य को प्राथमिकता दी जाए. इस रैंकिंग व्यवस्था के पीछे के केजीएमयू प्रशासन की मंशा है कि केजीएमयू में बने विभागों में अच्छे कार्य करने के लिए आपस में प्रतिस्पर्धा बनी रहे, जिससे कि विभागों के कार्य स्तर भी बढ़े और यहां आने वाले मरीजों को बेहतर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मिल पाए.

इसे भी पढ़ें:- मुख्य सचिव का डीएम को आदेश, परीक्षा केन्द्रों के बाहर बंद हो फोटोकॉपी की दुकान

लखनऊ: राजधानी स्थित केजीएमयू में बेहतर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए केजीएमयू प्रशासन ने अपने विभागों की रैंकिंग कराने का फैसला लिया है. जिससे कि आने वाले दिनों में इन विभागों की रैंकिंग के आधार पर इनकी स्तर को बेहतर किया जा सके.

केजीएमयू प्रशासन अपनाएगी विभागों के लिए रैंकिंग प्रणाली.

केजीएमयू में विभागों की होगी रैंकिंग
लखनऊ के केजीएमयू में चरमराई इलाज की व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए क्वालिटी एश्योरेंस सेल ने नया फॉर्मेट बनाया है. ऐसे में कार्यों का लेखा-जोखा भरकर जमा करना होगा. इसके आधार पर रैंकिंग तय की जाएगी. इसी के तहत केजीएमयू में पहली बार विभागों की आंतरिक रैंकिंग होगी. चार श्रेणियों में नौ नौ विभागों को शामिल किया गया है. क्लीनिकल, नॉनक्लिनिकल, डेंटल और सुपर स्पेशियल्टी ग्रुप को अलग-अलग बांटा गया है.

विभागों को बेहतर बनाने के लिए हो रही रैंकिंग
नौ नौ विभागों से सम्मिलित इन ग्रुपों में जिस विभाग को सबसे ज्यादा नंबर मिलेंगे, उसे स्थापना दिवस पर नंबर वन का रिकॉर्ड दिया जाएगा. इससे विभागों का शोध, इलाज, सुविधाएं और शिक्षण कार्य को प्राथमिकता दी जाए. इस रैंकिंग व्यवस्था के पीछे के केजीएमयू प्रशासन की मंशा है कि केजीएमयू में बने विभागों में अच्छे कार्य करने के लिए आपस में प्रतिस्पर्धा बनी रहे, जिससे कि विभागों के कार्य स्तर भी बढ़े और यहां आने वाले मरीजों को बेहतर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मिल पाए.

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राजधानी लखनऊ के केजीएमयू में बेहतर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए केजीएमयू प्रशासन द्वारा अपने ही विभागों की रैंकिंग कराई जाएगी। जिससे कि आने वाले दिनों में इन विभागों की रैंकिंग के आधार पर इनकी कार स्तर को बेहतर किया जा सके।




Body:राजधानी लखनऊ के केजीएमयू में चरमराई इलाज की व्यवस्था पटरी पर आएगी। इसके लिए क्वालिटी एश्योरेंस सेल ने नया फॉर्मेट बनाया है। ऐसे में कार्यों का लेखा-जोखा भरकर जमा करना होगा। इसके आधार पर रैंकिंग तय की जाएगी।केजीएमयू में पहली बार विभागों की आंतरिक रैंकिंग होगी। इसमें चार श्रेणियों में नौ नौ विभागों को शामिल किया गया है ।क्लीनिकल, नॉनक्लिनिकल ,डेंटल और सुपर स्पेशियल्टी ग्रुप को अलग-अलग बांटा गया है।इन ग्रुपों में जिस विभाग को सबसे ज्यादा नंबर मिलेंगे। उसे स्थापना दिवस पर नंबर वन का रिकॉर्ड दिया जाएगा। जिससे विभागों का शोध, इलाज, सुविधाएं, शिक्षण कार्य को प्राथमिकता दी जाए। इस रैंकिंग व्यवस्था के पीछे के केजीएमयू प्रशासन की मंशा है कि केजीएमयू में बने विभागों में आपस में प्रतिस्पर्धा अच्छे कार्य करने के लिए बनी रहे। जिससे कि विभागों के कार्य स्तर भी बढे और यहां आने वाले मरीजों को बेहतर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मिल पाए। इन सभी तमाम बातों को ध्यान में रखते हुए इस निर्णय को लिया गया है। वैसे रैंकिंग सुविधा की प्रक्रिया केजीएमयू में पहली बार प्रशासन द्वारा की जा रही है। इसके लिए तमाम तरह की तैयारी में केजीएमयू में प्रशासन द्वारा की गई है। जिसके आधार पर ही केजीएमयू के विभागों की रैंकिंग तय होगी और इस रैंकिंग के आधार पर ही विभागों की गुणवत्ता व कार्य स्तर को बेहतर करने का प्रयास केजीएमयू में प्रशासन द्वारा किया जाएगा।

बाइट- डॉ सुधीर सिंह, प्रवक्ता, केजीएमयू




Conclusion:उम्मीद है आने वाले दिनों में इस रैंकिंग व्यवस्था से केजीएमयू के विभागों में कार्यस्तर बेहतर होगा और यहां आने वाले तमाम मरीजों को बेहतर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं इस रैंकिंग व्यवस्था में विभागों की कार्य सुधरने के बाद मिल पाएगी।

एन्ड पीटीसी
शुभम पाण्डेय
7054605976
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