लखनऊः उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल ने कबाड़ की बिक्री कर 17.38 करोड़ रुपये की कमाई की. ऐसा तब हुआ जब कोविड के दौर में ट्रेनों से रेलवे की आय काफी प्रभावित थी. दरअसल ये इनकम रेलवे ने बेकार पड़ी कबाड़ बेचकर इकठ्ठा की है.
7011.7 मीट्रिक टन स्क्रैप का किया निस्तारण
उत्तर रेलवे के सीनियर डीसीएम जगतोष शुक्ल के मुताबिक, उत्तर रेलवे के मंडल रेल प्रबन्धक संजय त्रिपाठी के नेतृत्व और प्रभावी नीतियों, दिशा-निर्देशों के तहत भारतीय रेलवे की ओर से ई-प्रोक्योरमेंट सिस्टम लागू किया गया है. इस र्पोटल पर ई-आक्शन के जरिये लखनऊ मण्डल के भण्डार विभाग ने वित्तीय साल 2020-21 में पिछले साल दिसम्बर महीने तक जो भी कबाड़ था, उसकी बिक्री कर दी. उन्होंने बताया कि रेलवे की वर्कशॉप से लेकर स्टेशनों और कार्यालयों से काफी मात्रा में स्क्रैप निकलता है. जिसकी ब्रिकी से 17.34 करोड़ रुपये का राजस्व मिला है. काफी मात्रा में स्क्रैप की बिक्री हो चुकी है. अब तक करीब 7011.7 मीट्रिक टन स्क्रैप का निस्तारण किया गया है.