लखनऊ: उत्तर रेलवे की ही तरह पूर्वोत्तर रेलवे भी अपने यहां कर्मचारियों के लिए मास्क तैयार करा रहा है. साथ ही बाजार के बजाय अपनी ही लैब में सैनिटाइजर की भी व्यवस्था कर रहा है. अब तक पूर्वोत्तर रेलवे ने 3000 मास्क तैयार किए हैं. साथ ही डेढ़ सौ लीटर सैनिटाइजर भी बना लिया है.
मास्क और सैनिटाइजर का निर्माण
भले ही ज्यादातर सरकारी दफ्तर इस समय लॉकडाउन के चलते काम नहीं कर रहे हैं, लेकिन रेलवे के कर्मचारी अभी भी मेहनत से काम कर रहे हैं. खाद्यान्न की आपूर्ति हो सके इसके लिए रेलकर्मी अभी भी माल गाड़ी का संचालन कर रहे हैं. वहीं वर्कशॉप में काम करने वाले कर्मचारी बोगियों का मेंटेनेंस करने के साथ ही मास्क और सैनिटाइजर का भी निर्माण करने में लगे हुए हैं.
रेलवे अपने कर्मचारियों का पूरा ख्याल रख रहा है. पूर्वोत्तर रेलवे ने कोरोना से अपने कर्मचारियों के बचाव के लिए वर्कशॉप में ही सैनिटाइजर और मास्क का निर्माण कराना शुरू कर दिया है. सभी स्थानों को सैनिटाइज भी कराया जा रहा है. अब तक पूर्वोत्तर रेलवे ने अपनी वर्कशॉप और लैब में 3000 मास्क और डेढ़ सौ लीटर सैनिटाइजर तैयार किया है, जिससे रेल कर्मियों में वितरित भी कर दिया गया है.
खाद्यान्न और अन्य सामग्री की आपूर्ति के लिए हम लोग ट्रेनें चला रहे हैं. सभी वर्कप्लेसेस को सैनिटाइज किया गया है. लोको पायलेट्स को सुरक्षा किट दी गई है, जिससे वे अपनी सुरक्षा कर सकें. इसके अलावा हम मास्क और सैनिटाइजर का इन हाउस प्रोडक्शन भी कर रहे हैं. अब तक 3000 मास्क और डेढ़ सौ लीटर सैनिटाइजर तैयार कराया जा चुका है.
डॉ. मोनिका अग्निहोत्री: मंडल रेल प्रबंधक, पूर्वोत्तर रेलवे