लखनऊ: कोविड मरीजों की इलाज की व्यवथाओं को लेकर नोडल अधिकारी डॉ. रोशन जैकब ने अचानक निरीक्षण किया. विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों के कोविड मरीजों को तत्काल इलाज उपलब्ध कराने के उद्देश्य से डॉ. रोशन जैकब ने रविवार को बलरामपुर और लोकबन्धु हास्पिटल का जायजा लिया. उन्होंने बलरामपुर चिकित्सालय के निरीक्षण में कोविड-19 संक्रमित मरीज के इलाज के लिए उपलब्ध व्यवस्थाओं की समीक्षा की. अस्पताल प्रशासन द्वारा बताया गया कि उनके पास वर्तमान में 550 जम्बो टाइप ऑक्सीजन सिलेण्डर उपलब्ध हैं. जिनमें से 300 सिलेण्डर मरीजों के इलाज के लिए किए जा रहे हैं.
नियमानुसार मांग होगी पूरी
नोडल अधिकारी द्वारा वर्तमान में कोविड संक्रमित रोगियों के इलाज के लिए उपयोग किए जा रहे 300 ऑक्सीजन सिलेण्डरों के अतिरिक्त, उपलब्ध 250 सिलेण्डरों को आकस्मिकता को दृष्टिगत रखते हुए पूर्तिकर्ता फर्म से भराकर आरक्षित रखने के लिए अस्पताल प्रशासन को निर्देशित किया है. जिला प्रशासन से चिकित्सालय को पूरी तरह सहयोग प्रदान किए जाने की अपेक्षा की. अस्पताल में वर्तमान में विशेषज्ञ मानव संसाधन और ओटी टेक्नीशिनय, आईसीयू टेक्नीशियन एवं एनेस्थेटिस्ट की उपलब्धता पर चर्चा की गयी. जिस पर चिकित्सालय प्रशासन द्वारा अवगत कराया गया कि चिकित्सालय में वर्तमान में मात्र 3 ओटी टेक्नीशियन कार्यरत हैंं. वर्तमान में एक भी आईसीयू टेक्नीशियन कार्यरत नहीं हैै.
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नोडल अधिकारी द्वारा चिकित्सालय प्रशासन को उक्त विशेषज्ञ मानव संसाधन की आपूर्ति किये जाने के लिए तत्काल मुख्य चिकित्साधिकारी को मांग पत्र प्रेषित करने हेतु निर्देशित किया. जिला स्तर पर वंशिका सेवा प्रदाता फर्म द्वारा मानव संसाधन की आपूर्ति की जा रही है. अस्पताल द्वारा इस सम्बन्ध में जैसे ही उक्त मानव संसाधन की आपूर्ति के लिए मांगपत्र प्राप्त होता है, तत्काल नियमानुसार कार्रवाई करते हुए मांग की आपूर्ति की जायेगी.
20 बेड का पोस्ट कोविड अस्पताल बनाया जाएगा
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि अस्पताल में 20 बेड का पोस्ट कोविड वार्ड अस्पताल में निर्मित करें. जिसमें कोविड निगेटिव लक्षणयुक्त मरीजों को भर्ती कर उनका इलाज किया जाए. इस पर नोडल अधिकारी द्वारा अस्पताल प्रशासन को निर्देशित किया गया कि इस सभी संसाधनों की व्यवस्था करते हुए एक पोस्ट कोविड वार्ड चिकित्सालय में निर्मित किया जाए.
2 बाल रोग विशेषज्ञ की आवश्यकता
वर्तमान में लोकबंधु अस्पताल में कुल 9 ओटी टेक्नीशियन कार्यरत हैं. सेवा प्रदाता एजेन्सी के माध्यम से आईसीयू टेक्नीशियन की आपूर्ति किये जाने के लिए एक मांगपत्र अधोहस्ताक्षरी को प्रेषित किया जा चुका है. वर्तमान में चिकित्सालय में कुल 6 बाल रोग विशेषज्ञ कार्यरत हैं, 2 बाल रोग विशेषज्ञ की आवश्यकता है जिस पर महानिदेशक द्वारा 2 बाल रोग विशेषज्ञ की आपूर्ति उनके स्तर से किये जाने की सहमति दी गयी. इसके अतिरिक्त चिकित्सालय प्रशासन द्वारा कम से कम 6 आयुष चिकित्सकों एवं 4 स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ की आपूर्ति किये जाने हेतु भी अनुरोध किया गया जिस पर नोडल अधिकारी द्वारा 6 आयुष चिकित्सकों एवं 4 स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ की आपूर्ति किये जाने हेतु निर्देशित किया गया.
मल्हौर में अवगत करायी जा रही भूमि
चिकित्सालय प्रशासन द्वारा नोडल अधिकारी एवं जिला प्रशासन से चिकित्सालय परिसर में निर्मित आशा ज्योति संस्था का भवन चिकित्सालय को हस्तान्तरण किए जाने के लिए निवेदन किया गया. अस्पताल द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि आशा ज्योति संस्था द्वारा मल्हौर में भूमि उपलब्ध करायी जा रही है.
बलरामपुर व लोकबंधु के पीडियाट्रिक में 100 बेड बढेगें
नोडल अधिकारी द्वारा बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों के कोविड मरीजों को तत्काल इलाज उपलब्ध कराने के उद्देश्य सभी व्यवस्थाए पूरी कर ली गई है. इसके मद्देनजर बलरामपुर हास्पिटल द्वारा 100 बेड की व्यवस्था और लोकबंधु हास्पिटल द्वारा अपने हास्पिटल को पीडिएट्रिक्स और मेटरनिटी हास्पिटल के रूप में विकसित करने की व्यवस्था की जा रही है.
पोस्ट कोविड वार्ड शुरू करने की कवायद
साथ ही बलरामपुर हास्पिटल द्वारा पोस्ट कोविड वार्ड शुरू करने की व्यवस्था की जा रही है जिसमे कोविड से सही हो जाने के बाद यदि रोगियों को कोई समस्या होती है तो उनका उपचार कराया जाएगा. नोडल अधिकारी द्वारा बताया गया कि जिले में ऑक्सीजन की कोई कमी नही है, विशेष रूप से बलरामपुर आदि शासकीय हास्पिटलो में निर्बाध ऑक्सीजन सप्लाई सुनिश्चित कराई जा रही हैं. साथ ही निर्देश दिया कि कोविड मरीजों को अच्छा उपचार उपलब्ध कराया जाए, किसी प्रकार की अव्यवस्था व दुर्व्यवहार की शिकायत न मिलने पाए. साथ ही निर्देश दिया कि कोविड वार्ड को सीसीटीवी कैमरा से कनेक्ट किया जाए और डायरेक्टर के रूम में उसकी लाइव फीड दी जाए. ताकि मरीजों की सही प्रकार से मॉनिटरिंग की जा सके.