लखनऊ : राजधानी के मोहनलालगंज ब्लॉक क्षेत्र में निराश्रित गोवंश आश्रय केंद्रों (Mohanlalganj cattle shelter centers) में ठंड से बचाव के पुख्ता इंतजाम नहीं होने से बेजुबान गोवंश ठिठुरकर बीमार पड़ रहे हैं. ईटीवी भारत ने ब्लॉक क्षेत्र के कई निराश्रित गोवंश आश्रय केंद्रों का रियलिटी चेक किया जहां पर सिर्फ खानापूर्ति ही नजर आई. लापरवाही के चलते निराश्रित गोवंश ठिठुरते नजर आए.
मोहनलालगंज ब्लाक की 20 ग्राम पंचायतों में निराश्रित गोवंश आश्रय केन्द्रों का संचालन कर पांच हजार से अधिक गोवंश रखे गए हैं. सर्दी बढ़ चुकी है, लेकिन आश्रय केन्द्रों में बेजुबान गोवंश को ठंड से बचाव के इंतजाम नहीं किए गए हैं. मोहनलालगंज के शिवढ़रा परेहटा खुझौली व सिसेंडी समेत अधिकतर गोवंश आश्रय केंद्रों में बेजुबान गोवंश को ठंड से बचाव के लिए काऊ कोट और तिरपाल समेत अन्य कोई भी इंतजाम नहीं हैं. बादलों के बीच सूरज की लुकाछिपी से निराश्रित गोवंश ठिठुरकर कांपते नजर आ रहे हैं, जबकि कुछ बीमार पड़ चुके हैं. जिन्हें आवारा पशुओं से बचाने के लिए गोपालक लोहे के जाल में बंद कर रहे हैं.
गौरतलब है कि कई दिन पूर्व ही जिला प्रशासन ने निराश्रित गोवंश को ठंड से बचाने के लिए पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए थे, लेकिन ब्लाक और पशुपालन विभाग के अधिकारियों की कार्रवाई महज कागजी घोड़े दौड़ाने तक ही सीमित है.
पूजा सिंह ने बताया कि सभी ग्राम विकास अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि काऊ कोर्ट बनवाया जाए. गौशालाओं में त्रिपाल व पुआल की व्यवस्था की जाए, मैं भी कई गौशाला केंद्रों का निरीक्षण कर रही हूं. व्यवस्थाएं की जा रही हैं, जिन गौशाला के अंदर में व्यवस्था नहीं हुई है, वहां जल्द से जल्द व्यवस्था की जा रही है.
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