लखनऊ : ट्रांसपोर्टनगर स्थित आरटीओ कार्यालय के फिटनेस सेंटर का काम अब रोजमार्टा कंपनी से छिन गया है. शनिवार को संभागीय परिवहन अधिकारी आरपी द्विवेदी ने इंस्पेक्शन एवं सर्टिफिकेशन सेंटर का काम रोजमार्टा टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड से वापस ले लिया है. अब यहां पर वाहनों की फिटनेस का काम नई कंपनी करेगी. लखनऊ के संभागीय परिवहन अधिकारी आरपी द्विवेदी ने रोजमार्टा टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के आईएनसी सेंटर हेड एके दुबे को निर्देश दिया कि एआरटीओ प्रशासन अखिलेश द्विवेदी को इन्वेंटरी समेत इंस्पेक्शन एवं सर्टिफिकेशन सेंटर का हैंडओवर कर दें.
आरटीओ के निर्देश के बाद कंपनी हेड ने पूरा काम हैंडओवर कर दिया. अब रोजमार्टा की जगह श्रीहरि फिलिंग सेंटर नाम की कंपनी फिटनेस सेंटर पर गाड़ियों की फिटनेस का काम करेगी. पिछले काफी समय से रोजमार्टा कंपनी और श्रीहरि फिलिंग सेंटर के बीच टेंडर को लेकर विवाद चल रहा था. टेंडर में हिस्सा लेते हुए श्री हरि फिलिंग सेंटर ने सबसे कम बोली लगाई थी. इसके बाद परिवहन विभाग ने इस कंपनी को टेंडर देने का फैसला लिया था. आधा दर्जन कंपनियों ने टेंडर प्रक्रिया में हिस्सा लिया था.
राजस्थान की जिस कंपनी ने टेंडर डाला था आखिर में उसे ही टेंडर मिला है. इस फर्म ने सिर्फ ₹89 हजार रुपये में काम पूरा करने का टेंडर हथियाया है. जबकि अभी तक काम कर रही कंपनी आईएनसी के संचालन का बिजली का बिल ही आठ लाख रुपये से ज्यादा बता रही थी. जिस कंपनी को अब वाहनों के फिटनेस का ठेका मिला है उसके लिए आईएमसी सेंटर को चला पाना बिल्कुल भी आसान होने वाला नहीं है. क्योंकि जिस तरह के वहां पर खर्चे हैं उसके मुताबिक ₹89 हजार काफी कम हैं. परिवहन विभाग के अधिकारी भी मानते हैं कि टेंडर हथियाने के लिए कंपनी ने जो धनराशि मेंशन की थी वही कम है. ऐसे में वाहनों की फिटनेस सही सलामत कर पाना और आईएमसी सेंटर का संचालन कर पाना मुश्किल हो सकता है.
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