ETV Bharat / state

लखनऊ: पंद्रह सौ की घूस जुटाने में हुई देरी, तो चली गई दो नवजात की जान

author img

By

Published : Apr 2, 2019, 7:35 PM IST

राजधानी स्थित सीएचसी माल में एक प्रसूता अपने दो नवजातों के साथ पहुंची थी. वहीं अस्पताल स्टाफ की रिश्वतखोरी के कारण इन दोनों बच्चों को समय से इलाज नहीं मिला और इनकी जान चली गई. परिजनों के पुलिस में शिकायत करने के बाद सीएमओ ने कार्रवाई करते हुए घूस मांगने वाली नर्सों के एक दिन की पगार काट ली है. साथ ही उन्हें वहां से हटाने की बात भी कही है.

अस्पताल की नर्सों ने प्रसूता को भर्ती करने के लिए मांगी रिश्वत

लखनऊ : एक बार फिर राजधानी स्थित एक सीएचसी में रुपए मांगने का मामला सामने आया है. इसकी वजह से नवजात जुड़वा बच्चों की मौत भी हो गई. इस तरह के कई मामले समय-समय पर प्रकाश में आते रहते हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कड़ी कार्रवाई न होने की वजह से इन मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.

अस्पताल की नर्सों ने प्रसूता को भर्ती करने के लिए मांगी रिश्वत

मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र माल का है. यहां अस्पताल के स्टाफ की रिश्वतखोरी के चक्कर में फंस कर एक पिता अपने जुड़वा बच्चों की जिंदगी नहीं बचा सका. पुलिस में पिता की शिकायत के बाद अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विनय कुमार सिंह ने कार्रवाई करते हुए प्रसूता के पति से पैसे लेने के आरोपी दोनों नर्सों का 1 दिन का वेतन काट लिया है. साथ ही पूरे पैसे वापस भी कराए गए हैं. वहीं बच्चों की मौत के बाद परिवार के लोग आक्रोशित हो गए और सीचसी में जमकर हंगामा किया.

गोलवा गांव निवासी अनिल कुमार शर्मा की पत्नी चांदनी शर्मा को रविवार सुबह प्रसव पीड़ा हुई. इस पर अनिल ने 108 एंबुलेंस को फोन मिलाया. एंबुलेंस आने से पहले ही पत्नी ने एक बच्चे को जन्म दे दिया, लेकिन दूसरा बच्चा फंस गया था. परिजन परेशान हो गए और निजी वाहन से अस्पताल ले जाने की तैयारी की जाने लगी. कुछ देर बाद एंबुलेंस आ गई, लेकिन इसी दौरान दूसरे बच्चे का भी जन्म हो गया. दूसरे बच्चे के जन्म लेते ही प्रसूता की हालत बिगड़ गई.

परिजन एंबुलेंस से प्रसूता को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे. वहां अस्पताल की स्टाफ नर्स ने 15 सौ रुपए की घूस मांगी. अनिल के पास पैसे नहीं थे तो उसने भागकर आसपास के लोगों से उधार लाकर रुपए का इंतजाम किया. इतनी देर इलाज न मिलने से दोनों नवजातों की मौत हो गई. इस पूरे मामले पर सीएमओ डॉ. नरेश अग्रवाल ने बताया कि दोनों आरोपी नर्सों को वहां से हटाकर उनके खिलाफ जांच बिठा दी गई है.

लखनऊ : एक बार फिर राजधानी स्थित एक सीएचसी में रुपए मांगने का मामला सामने आया है. इसकी वजह से नवजात जुड़वा बच्चों की मौत भी हो गई. इस तरह के कई मामले समय-समय पर प्रकाश में आते रहते हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कड़ी कार्रवाई न होने की वजह से इन मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.

अस्पताल की नर्सों ने प्रसूता को भर्ती करने के लिए मांगी रिश्वत

मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र माल का है. यहां अस्पताल के स्टाफ की रिश्वतखोरी के चक्कर में फंस कर एक पिता अपने जुड़वा बच्चों की जिंदगी नहीं बचा सका. पुलिस में पिता की शिकायत के बाद अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विनय कुमार सिंह ने कार्रवाई करते हुए प्रसूता के पति से पैसे लेने के आरोपी दोनों नर्सों का 1 दिन का वेतन काट लिया है. साथ ही पूरे पैसे वापस भी कराए गए हैं. वहीं बच्चों की मौत के बाद परिवार के लोग आक्रोशित हो गए और सीचसी में जमकर हंगामा किया.

गोलवा गांव निवासी अनिल कुमार शर्मा की पत्नी चांदनी शर्मा को रविवार सुबह प्रसव पीड़ा हुई. इस पर अनिल ने 108 एंबुलेंस को फोन मिलाया. एंबुलेंस आने से पहले ही पत्नी ने एक बच्चे को जन्म दे दिया, लेकिन दूसरा बच्चा फंस गया था. परिजन परेशान हो गए और निजी वाहन से अस्पताल ले जाने की तैयारी की जाने लगी. कुछ देर बाद एंबुलेंस आ गई, लेकिन इसी दौरान दूसरे बच्चे का भी जन्म हो गया. दूसरे बच्चे के जन्म लेते ही प्रसूता की हालत बिगड़ गई.

परिजन एंबुलेंस से प्रसूता को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे. वहां अस्पताल की स्टाफ नर्स ने 15 सौ रुपए की घूस मांगी. अनिल के पास पैसे नहीं थे तो उसने भागकर आसपास के लोगों से उधार लाकर रुपए का इंतजाम किया. इतनी देर इलाज न मिलने से दोनों नवजातों की मौत हो गई. इस पूरे मामले पर सीएमओ डॉ. नरेश अग्रवाल ने बताया कि दोनों आरोपी नर्सों को वहां से हटाकर उनके खिलाफ जांच बिठा दी गई है.

Intro:एंकर-राजधानी लखनऊ में एक बार फिर से सीएचसी में रुपए मांगने का मामला सामने आया है। जिसकी वजह से जुड़वा बच्चों की मौत हो गई। इस तरह के कई मामले समय समय पर प्रकाश में आते रहते हैं। लेकिन प्रशासन द्वारा कोई कड़ी कार्यवाही ना होने की वजह से इन मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। लेकिन प्रशासन अपनी आंख मूंदे बैठा हुआ है


Body:वी.ओ-राजधानी लखनऊ में एक बार फिर से सीएचसी में रुपए मांगने का मामला सामने आया है। जिसकी वजह से जुड़वा बच्चों की मौत हो गई। इस तरह के कई मामले समय समय पर प्रकाश में आते रहते हैं। लेकिन प्रशासन द्वारा कोई कड़ी कार्यवाही ना होने की वजह से इन मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। लेकिन प्रशासन अपनी आंख मूंदे बैठा हुआ है। अस्पताल के स्टाफ की रिश्वतखोरी के चक्कर में फस कर पिता अपने जुड़वा बच्चों की जिंदगी नहीं बचा सका यह मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र माल का है। पुलिस पिता की शिकायत के बाद अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ विनय कुमार सिंह ने कार्यवाही करते हुए प्रसूता के पति से पैसे लेने के आरोपी दोनों नर्सों का 1 दिन का वेतन काट लिया है। पूरे पैसे वापस भी कराए गए बच्चों की मौत के बाद परिवार के लोग आक्रोशित हो गए और सीचसी में जमकर हंगामा करने लगे मुख्यमंत्रियों से लेकर शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है दरअसल गोलवा गांव निवासी अनिल कुमार शर्मा की पत्नी चांदनी शर्मा को रविवार सुबह प्रसव पीड़ा के चलते अनिल ने 108 एंबुलेंस को फोन मिलाया। एंबुलेंस आने से पहले ही पत्नी ने एक बच्चे को जन्म दे दिया। लेकिन दूसरा बच्चा फस गया था। परिजन परेशान हो गए निजी वाहन से अस्पताल ले जाने की तैयारी की जाने लगी। कुछ देर बाद एंबुलेंस आ गई लेकिन इसी दौरान दूसरे बच्चे का भी जन्म हो गया। दूसरे बच्चे के जन्म लेते ही प्रसूता की हालत बिगड़ गई परिवार जन एंबुलेंस से प्रसूता को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए अस्पताल के स्टाफ नर्स 15 सो रुपए घूस मांगी। अनिल के पास पैसे नहीं थे और भागकर आसपास के लोगों से उधार लाकर रुपए का इंतजाम किया। उससे पहले ही दोनों नवजात की मौत हो गई । इस पूरे मामले पर सीएमओ डॉ नरेश अग्रवाल से पूरी जानकारी ली

बाइट- डॉ. नरेंद्र अग्रवाल,सीएमओ, लखनऊ


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.