लखनऊः राजधानी में सड़कों की खुदाई के दौरान मानकों की अनदेखी की जा रही है. शहर की अतिरिक्त सड़कों पर सीवर लाइन बिछाने के दौरान खोदे गए स्थानों को कवर नहीं किया गया है. जिससे आए दिन राहगीर हादसे का शिकार हो रहे हैं. इसके अलावा खुदाई से सड़कों पर घंटों जाम भी लग रहा है और धूल के चलते उन्हें सांस लेने में भी परेशानियां हो रही हैं. खुदाई वाली इन जगहों पर ट्रैफिक व्यवस्था को संभालने के लिए न ही डायवर्जन किया गया है और न ही ट्रैफिक पुलिस का कोई भी कर्मी मौजूद है.
सड़कों की खुदाई में मानकों की अनदेखी
राजधानी लखनऊ की कई सड़कों पर इस वक्त सीवर लाइन डालने का काम किया जा रहा है. सड़कों की खुदाई के दौरान मलबे को वहीं सड़कों पर ढेर किया जा रहा है. जिससे आने-जाने के रास्ते और भी पतले हो गए हैं. ऐसे में अति व्यस्त रहने वाली सड़कों पर घंटो जाम की स्थिति बनी हुई है. सुबह से देर शाम तक लोगों कोजाम से जूझना पड़ रहा है. यह हाल जिला अस्पतालों से लेकर प्रमुख बाजारों और सरकारी कार्यालयों की सड़कों का है.
निर्माण से सड़कों पर मलबा
कैसरबाग इलाके के प्रमुख चौराहे से लेकर क्षेत्रीय पुलिस कोतवाली होते हुए कैसरबाग बस अड्डे, सिविल कोर्ट और फैमिली कोर्ट से होते हुए ऐतिहासिक धरोहर रेजिडेंसी तक सड़क खोदकर सीवर लाइन बिछाने का काम चल रहा है. इसके अलावा अवध बस डिपो कार्यशाला से लेकर शहीद स्मारक चौराहा से किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय के कोविड-19 अस्पताल और लखनऊ सिटी रेलवे स्टेशन से होते हुए कमिश्नर ऑफिस तक की सड़कों पर भी सीवर लाइन बिछाने का काम जारी है. भले ही शहर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए निर्माण कार्य किया जा रहा है, लेकिन ठेकेदारों की मनमानी और ट्रैफिक पुलिस की गैरमौजूदगी से जाम की भीषण समस्या बनी हुई है.
निर्माण कार्य से अव्यवस्थाओं का अंबार
सीवर लाइन बिछाने के कार्य के दौरान सड़कों को खोदा जा रहा है. लेकिन मानकों की अनदेखी के कारण धूल के गुबार में फंसे लोगों को सांस लेने में भी परेशानी हो रही है. यहां पर न तो पानी का छिड़काव किया जा रहा है और न ही खुदाई के दौरान इन जगहों को कवर किया गया है. इसकी वजह से लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं. इसके साथ ही सड़कों पर निर्माण कार्य में इस्तेमाल किए जाने वाले मटैरियल को भी सड़कों पर ही रखा जा रहा है.