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लखनऊ: एनबीआरआई का हर्बल सैनिटाइजर मार्केट में आने के लिए तैयार

राजधानी लखनऊ के एनबीआरआई में कोरोना के शुरुआती दौर में बनाए गए हर्बल सैनिटाइज की मांग बढ़ गई है. अब यह हर्बल सैनिटाइजर आम लोगों के लिए बाजार में आने के लिए तैयार है.

मार्केट में आने के लिए तैयार हर्बल सैनिटाइजर
मार्केट में आने के लिए तैयार हर्बल सैनिटाइजर
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Published : Aug 9, 2020, 2:46 AM IST

लखनऊ: कोविड-19 के संक्रमण की शुरुआत में ही सीएसआईआर की प्रयोगशाला राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (एनबीआरआई) ने हर्बल सैनिटाइजर बनाया था. उन्होंने इसे लॉकडाउन में फ्रंटलाइन वॉरियर्स को मुहैया भी कराया था. इसकी गुणवत्ता को देखते हुए सैनिटाइजर की मांग बढ़ गई है. इसके बाद लखनऊ की स्टार्टअप कंपनी को इसकी टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की गई और अब यह हर्बल सैनिटाइजर आम लोगों के लिए बाजार में आने के लिए तैयार है.

मार्केट में आने के लिए तैयार हर्बल सैनिटाइजर

त्वचा की नमी को बरकरार रखता है यह सैनिटाइजर
शनिवार को एनबीआरआई द्वारा विकसित किए गए हर्बल सैनिटाइजर की मार्केट रिलीज लॉन्च राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान के निदेशक प्रोफेसर एसके बारिक द्वारा किया गया. प्रोफेसर बारिक ने बताया कि हर्बल सैनिटाइजर उनके संस्थान में पहले भी बनाया जाता रहा है, लेकिन कोविड-19 के संक्रमण के दौर में इसकी महत्ता और अधिक बढ़ गई है. बाजार में मिल रहे अन्य सैनिटाइजर डब्ल्यूएचओ के मानकों के अनुरूप तो बनाए जा रहे हैं, लेकिन उनसे यह शिकायत देखने को मिली थी कि बार-बार इस्तेमाल करने पर त्वचा शुष्क हो जा रही थी. राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान में वैज्ञानिकों की टीम द्वारा तैयार किया गया यह सैनिटाइजर डब्ल्यूएचओ मानकों के अनुरूप तो बनाया ही जा रहा है, साथ ही इसमें एंटीबैक्टीरियल गुणों वाले एसेंशियल ऑइल्स को भी मिलाया गया है. इसकी वजह से यह त्वचा की नमी को बरकरार रखता है साथ ही एक भीनी सुगंध भी देता है.

सैनिटाइजर मार्केट में रिलीज के लिए तैयार
इस हर्बल सैनिटाइजर को तैयार करने वाले एनबीआरआई के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. शरद श्रीवास्तव ने बताया कि कोविड-19 के संक्रमण काल के शुरुआती दौर में उन्होंने इस हर्बल सैनिटाइजर को अपने विभिन्न क्षेत्रों के फ्रंटलाइन वॉरियर्स को मुहैया करवाया था. इसके गुणों को देखते हुए उनके पास इसकी मांग अधिक आ गई थी. जिसके बाद उन्होंने लखनऊ की एक स्टार्टअप कंपनी को इसे बाजार में लाने के अनुरूप तैयार करने के लिए टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की. इसके बाद उस कंपनी ने अब सैनिटाइजर को मार्केट में रिलीज के लिए तैयार किया है, जिससे समाज के तमाम क्षेत्रों के लोगों को लाभ पहुंच सकेगा.

हर्बल सैनिटाइजर की मांग बाजार में अधिक
टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के बाद हर्बल सैनिटाइजर को तैयार करने वाली स्टार्टअप कंपनी 'फर्बिड हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड' के डायरेक्टर रिजवान ने जानकारी दी कि इस सैनिटाइजर की मांग बाजार में अधिक है. इसके अलावा जब वह इसे तैयार कर रहे थे, तब भी एनबीआरआई के वैज्ञानिकों की टीम लगातार इसकी निगरानी कर रही थी और शुरू से लेकर इसकी पैकेजिंग के समय तक उनके साथ थी. अब वह इसे बाजार में लाने के लिए तैयार हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि समाज के हर वर्ग तक इसकी पहुंच होगी और एनबीआरआई द्वारा तैयार किया गया यह उत्पाद सुरक्षा की एक अलग कड़ी बनकर तैयार होगा.

इस हर्बल सैनिटाइजर को बनाने वाली टीम में भी लखनऊ की स्टार्टअप कंपनी 'एन यू इंडियन हर्बल रिसर्च लैबोरेट्री प्राइवेट लिमिटेड' को शामिल किया गया है. स्टार्टअप कंपनी के अनुसार इस हर्बल सैनिटाइजर की कीमत सरकार द्वारा तय की गई कीमतों के आधार पर ही रखी गई है, ताकि अधिक से अधिक लोगों तक इसकी पहुंच हो सके.

लखनऊ: कोविड-19 के संक्रमण की शुरुआत में ही सीएसआईआर की प्रयोगशाला राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (एनबीआरआई) ने हर्बल सैनिटाइजर बनाया था. उन्होंने इसे लॉकडाउन में फ्रंटलाइन वॉरियर्स को मुहैया भी कराया था. इसकी गुणवत्ता को देखते हुए सैनिटाइजर की मांग बढ़ गई है. इसके बाद लखनऊ की स्टार्टअप कंपनी को इसकी टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की गई और अब यह हर्बल सैनिटाइजर आम लोगों के लिए बाजार में आने के लिए तैयार है.

मार्केट में आने के लिए तैयार हर्बल सैनिटाइजर

त्वचा की नमी को बरकरार रखता है यह सैनिटाइजर
शनिवार को एनबीआरआई द्वारा विकसित किए गए हर्बल सैनिटाइजर की मार्केट रिलीज लॉन्च राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान के निदेशक प्रोफेसर एसके बारिक द्वारा किया गया. प्रोफेसर बारिक ने बताया कि हर्बल सैनिटाइजर उनके संस्थान में पहले भी बनाया जाता रहा है, लेकिन कोविड-19 के संक्रमण के दौर में इसकी महत्ता और अधिक बढ़ गई है. बाजार में मिल रहे अन्य सैनिटाइजर डब्ल्यूएचओ के मानकों के अनुरूप तो बनाए जा रहे हैं, लेकिन उनसे यह शिकायत देखने को मिली थी कि बार-बार इस्तेमाल करने पर त्वचा शुष्क हो जा रही थी. राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान में वैज्ञानिकों की टीम द्वारा तैयार किया गया यह सैनिटाइजर डब्ल्यूएचओ मानकों के अनुरूप तो बनाया ही जा रहा है, साथ ही इसमें एंटीबैक्टीरियल गुणों वाले एसेंशियल ऑइल्स को भी मिलाया गया है. इसकी वजह से यह त्वचा की नमी को बरकरार रखता है साथ ही एक भीनी सुगंध भी देता है.

सैनिटाइजर मार्केट में रिलीज के लिए तैयार
इस हर्बल सैनिटाइजर को तैयार करने वाले एनबीआरआई के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. शरद श्रीवास्तव ने बताया कि कोविड-19 के संक्रमण काल के शुरुआती दौर में उन्होंने इस हर्बल सैनिटाइजर को अपने विभिन्न क्षेत्रों के फ्रंटलाइन वॉरियर्स को मुहैया करवाया था. इसके गुणों को देखते हुए उनके पास इसकी मांग अधिक आ गई थी. जिसके बाद उन्होंने लखनऊ की एक स्टार्टअप कंपनी को इसे बाजार में लाने के अनुरूप तैयार करने के लिए टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की. इसके बाद उस कंपनी ने अब सैनिटाइजर को मार्केट में रिलीज के लिए तैयार किया है, जिससे समाज के तमाम क्षेत्रों के लोगों को लाभ पहुंच सकेगा.

हर्बल सैनिटाइजर की मांग बाजार में अधिक
टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के बाद हर्बल सैनिटाइजर को तैयार करने वाली स्टार्टअप कंपनी 'फर्बिड हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड' के डायरेक्टर रिजवान ने जानकारी दी कि इस सैनिटाइजर की मांग बाजार में अधिक है. इसके अलावा जब वह इसे तैयार कर रहे थे, तब भी एनबीआरआई के वैज्ञानिकों की टीम लगातार इसकी निगरानी कर रही थी और शुरू से लेकर इसकी पैकेजिंग के समय तक उनके साथ थी. अब वह इसे बाजार में लाने के लिए तैयार हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि समाज के हर वर्ग तक इसकी पहुंच होगी और एनबीआरआई द्वारा तैयार किया गया यह उत्पाद सुरक्षा की एक अलग कड़ी बनकर तैयार होगा.

इस हर्बल सैनिटाइजर को बनाने वाली टीम में भी लखनऊ की स्टार्टअप कंपनी 'एन यू इंडियन हर्बल रिसर्च लैबोरेट्री प्राइवेट लिमिटेड' को शामिल किया गया है. स्टार्टअप कंपनी के अनुसार इस हर्बल सैनिटाइजर की कीमत सरकार द्वारा तय की गई कीमतों के आधार पर ही रखी गई है, ताकि अधिक से अधिक लोगों तक इसकी पहुंच हो सके.

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