लखनऊ: बहराइच के ग्राम लोनियापुरवा तहसील मिहींपुरवा में बीते 25 नवम्बर को एक मांदा और एक नर तेन्दुए को वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू किया था. नर तेंदुआ मोहित की आयु लगभग एक वर्ष तथा मादा तेंदुआ मोहिका की उम्र लगभग 4 से 5 वर्ष के लगभग है. दोनों को रेस्क्यू कर नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान (Leopards brought from Bahraich to Lucknow Zoo) लाया गया है. इनकी मां मोहिका एवं बेटे मोहित को प्राणि उद्यान लखनऊ के वन्यजीव चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड में वन्यजीव चिकित्सकों की देखरेख में रखा गया है.
लखनऊ जू की निदेशक अदिति शर्मा (Lucknow Zoo Director Aditi Sharma) ने बताया कि दोनों तेंदुए पशु चिकित्सक की निगरानी में रखे जा रहे है. इससे पहले मई 2023 में मुरादाबाद वन प्रभाग की ठाकुरद्वारा रेंज के अन्तर्गत ग्राम मधुपुरी, मुरादाबाद से रेस्क्यू किये गये तेंदुए के शावक को नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान लाया गया था. तेंदुए के शावक को प्राणि उद्यान के वन्यजीव चिकित्सालय में एक केज में वन्यजीव चिकित्सकों की देख-रेख में रखा गया था. डा उत्कर्ष शुक्ला के कुशल नेतृत्व में इससे पहले भी कई तेंदुए और टाइगर रेस्क्यू करके लाए जा चुके हैं.
लखनऊ में नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान (Nawab Wajid Ali Shah Zoological Park in Lucknow) यूपी का सबसे पुराना चिड़ियाघर है. इसे 1921 में स्थापित किया गया था. लखनऊ चिड़ियाघर 29 हेक्टेयर में फैला है. लखनऊ चिड़ियाघर के निदेशक वीके मिश्रा ने कहा कि यहां 100 से अधिक प्रजातियों के 1000 से अधिक जानवर और पशु-पक्षी मौजूद हैं. लखनऊ चिड़ियाघर में शेर, चीता, सफेद बाघ, फिशिंग कैट भारतीय भेड़िये और तेंदुए के साथ-साथ संकर शेर जैसे मांसाहारी जीव मौजूद हैं. इसमें स्लॉथ बीयर, इंडियन ब्लैक बीयर, गीदड़, लोमड़ी और जंगल कैट जैसी प्रजातियां भी देखी जा सकती हैं.
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