लखनऊ: इस बार यूपी एक नहीं, दो नहीं, बल्कि एक साथ एक सत्र में तीन रिकॉर्ड बनाने जा रहा है. पहले रिकॉर्ड के रूप में जहां प्रमुख सचिव बेसिक, माध्यमिक शिक्षा दीपक कुमार स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसजीएफआई) के हॉल ही में अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं. वहीं, पहली बार एक साथ एक राज्य से दो मेंबर निर्वाचित हुए हैं. इनमें प्रमुख सचिव के अलावा कार्यसमिति के सदस्य के रूप में संयुक्त निदेशक भगवती सिंह शामिल है. ऐसे में एसजीएफआई की कमान यूपी के हाथ में आने के बाद यूपी में पहली बार नेशनल स्कूल गेम्स का आयोजन होने जा रहा है. यह गेम्स अप्रैल माह में आयोजित होगा.
वर्ष 1954 में एसजीएफआई के गठन के बाद से अभी तक यूपी में स्कूल स्तर के नेशनल गेम्स नहीं हुए हैं, जबकि एसजीएफआई को खेल मंत्रालय के साथ ओलंपिक संघ की मान्यता मिली हुई है. यूपी में नेशनल गेम्स के आयोजन को लेकर कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कराई जा रही है. इस गेम्स में राज्य स्तरीय चैंपियन टीमें हिस्सा लेंगी. प्रमुख सचिव दीपक कुमार का कहना है कि 'खेल मंत्रालय से मान्यता के लिए कार्यसमिति की सूची भेजी गयी है. जैसे ही सूची आ जायेगी, हम गेम्स के आयोजन को लेकर तैयारी शुरू कर देंगे, जिससे अप्रैल से लेकर जून तक गेम्स सम्पन्न कराये जा सकें'.
बता दें कि नेशनल स्तर के गेम्स में ओलंपिक संघ द्वारा 21 खेलों को मान्यता दी गयी है, जिनमें एथलेटिक्स, स्विमिंग, जूडो, वॉलीबाल, टेबल टेनिस, बैडमिंटन, हैंडबॉल, बॉक्सिंग, शूटिंग, बॉस्केटबॉल, टेनिस, फुटबॉल, रेसलिंग, आर्चरी, फेनसिंग, जिम्रास्टिक, हॉकी, ताइक्वांडो, वेटलिफ्टिंग, साइक्लिंग, कराटे शामिल हैं. इनके अलावा नेशनल स्तर के गेम्स में योगासन, खोखो, कबड्डी, मल्लखंभ, चेस, कलारीपयट्टू, गटका शामिल है.
तीन साल बाद होंगे नेशनल गेम्स
स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SGFI) की तरफ से तीन साल बाद नेशनल गेम्स कराया जा रहा है. इस बारे में संयुक्त निदेशक माध्यमिक शिक्षा भगवती सिंह का कहना है कि इधर कोरोना के चलते गेम्स नहीं हो सके हैं. इसके चलते तीन साल बाद इन खेलों का आयोजन होगा. उन्होंने बताया कि यह गेम्स अलग-अलग राज्यों में सम्पन्न कराया जायेगा. इसमें 36 राज्यों (केन्द्रशासित को मिलाकर) के बच्चे प्रतिस्पर्धा में शामिल होंगे.
कार्य समिति लगायेगी तिथि पर मोहर
अप्रैल में प्रस्तावित गेम्स को लेकर उन्होंने बताया कि खेल मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा कार्यसमिति को मान्यता मिलने के बाद राज्यों के साथ बैठककर गेम्स कराने की तिथि फाइनल की जाएगी. बता दें कि एसजीएफआई का उद्देश्य खेलों को बढ़ावा देने के लिए स्कूलों को खेल सुविधाएं, मैदान और उपकरण प्रदान करना. स्कूलों में विशेष खेल शिक्षक और कोच उपलब्ध कराना और नियुक्त करना, जो स्कूलों में खेल टीमों के प्रशिक्षण के लिए जिम्मेदार होंगे.
क्षेत्रीय स्तर, जिला स्तर, राज्य स्तर और राष्ट्रीय स्तर जैसे विभिन्न स्तर के खेल और खेल प्रतियोगिता का आयोजन करना. अच्छे खिलाड़ियों के लिए विशेष प्रशिक्षण और कोचिंग शिविर आयोजित करना. खेल शिक्षकों और कोचों के लिए विशेष प्रशिक्षण शिविर, पाठ्यक्रम, सेमिनार, रिफ्रेशर पाठ्यक्रम आयोजित करना. विभिन्न स्तर की खेल प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन करने वाले अच्छे खिलाडिय़ों को प्रोत्साहन करना और छात्रवृत्ति प्रदान करना. अच्छे खिलाड़ी छात्रों को इंटरनेशनल प्रतियोगिता में भेजना आदि है.
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