लखनऊ: राजधानी में कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बावजूद अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. शुक्रवार को दिनदहाड़े पारा थाना क्षेत्र में पुरानी रंजिश को लेकर एक युवक की हत्या कर दी गई. कार और मोटरसाइकिल से आए बदमाश घटना को अंजाम देकर मौके से फरार हो गए. बताया जा रहा है मारा गया युवक हत्या के आरोप में कुछ दिनों पहले जमानत पर जेल से छूट कर आया था. मृतक के परिजनों से तहरीर मिलने के बाद पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है.
पारा के सूर्योदय नगर में राजेंद्र कुमार यादव अपने परिवार के साथ रहते हैं. राजेंद्र कुमार यादव की इलेक्ट्रॉनिक की दुकान है. बीते शुक्रवार को दोपहर करीब 1:30 बजे राजेंद्र के बेटे प्रवेश उर्फ आशू यादव (22) की चंद्रोदय नगर में गोली मारकर हत्या कर दी गई. मृतक के परिजनों का कहना है कि आशू दोपहर 1:30 बजे मां के साथ चंद्रोदय नगर मोड़ पर दवा लेने गया था. रेलवे फाटक पार करते ही कुछ लोग घात लगाए बैठे हुए थे. परिजनों का आरोप है राजेंद्र वर्मा, शिवम और तीन अज्ञात लोगों ने आशू को गोली मार दी. घायल होने के बाद आशू चंद्रोदय नगर की तरफ भागा. 100 मीटर चलने के बाद बदमाशों ने कई राउंड गोली मारकर आशू की हत्या कर दी.
जेल से छूटकर आया था आशू
आशू करीब 25 दिनों पहले हत्या के आरोप में जमानत पर जेल से छूटकर आया था. बताया जा रहा है कि 2017 में शिवसागर ने आशू की बहन के साथ प्रेम विवाह किया था, जिसको लेकर दोनों पक्षों में काफी तनातनी चल रही थी. शिवसागर की हत्या के आरोप में आशू जेल गया था.
मृतक के पिता राजेंद्र कुमार यादव ने कहा कि राजेंद्र वर्मा और उसके चाचा के लड़के शिवम ने मेरे लड़के की हत्या कर दी. हत्या में पांच लोग शामिल थे, इनमें बाकी तीन लोगों को हम नहीं जानते. हत्या मेरे सामने ही हुई है. हम लोग दवाई लेने मोटरसाइकिल से जा रहे थे. हत्यारे पहले से ही घात लगाए थे. हम लोग सूर्य नगर क्रॉसिंग से नीचे उतरे तो मेरे बेटे पर गोली चला दी. मेरा बेटा मोटरसाइकिल छोड़कर अपनी जान बचाने के लिए चंद्रोदय नगर की तरफ भागा. तब तक चार-पांच लोगों ने घेरकर उसकी हत्या कर दी. हमलावर एक कार और दो मोटरसाइकिल से थे.
डीसीपी रईस अख्तर का कहना है कि आशू यादव नाम के लड़के का मर्डर हुआ है. 2017 में शिवसागर नामक व्यक्ति की हत्या हुई थी, जो मृतक लड़के की बहन को भगाकर ले गया था. उसी रंजिश में हत्या की गई है. शिवसागर की हत्या के मामले में आशू जेल गया था. अभी 19 तारीख को आशू बेल पर आया था. राजेंद्र वर्मा और उसका भतीजा शिवम इस घटना में संलिप्त बताए जा रहे हैं. साथ ही दो-तीन लोग और भी हैं, जिनकी पहचान की जा रही है.