लखनऊः राजधानी के गाजीपुर थाना क्षेत्र में होमगार्ड के बेटे की हत्या (Murder Of Home Guard son) का पुलिस ने खुलासा कर दिया. गुरुवार को होमगार्ड के बेटे का शव कुकरैल नाले के पास पाया गया था. युवक की उसी के दोस्त ने गला रेतकर हत्या की थी. पुलिस ने हत्यारोपी को सर्विलांस टीम की मदद से गिरफ्तार कर लिया है. हत्या आरोपी ने जुर्म भी कुबूल कर लिया.
घटना का खुलासा करते हुए डीसीपी उत्तरी कासिम आब्दी ने बताया कि बाराबंकी सफेदाबाद लालपुरवा निवासी होमगार्ड राजकुमार सिंह सीएम आवास पर तैनात हैं. उनका बेटा जितेंद्र सिंह (32) ई-रिक्शा चलाता था. बुधवार को एक रिश्तेदार की शादी थी. इसमें शामिल होने के लिए जितेंद्र अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ पहुंचा था. यहां से उसने अपने जीजा टिंकू सिंह की बाइक लेकर किसी से मिलने की बात कहकर निकल गया. इसके बाद से वो लापता था. होमगार्ड पिता राजकुमार ने भी इस बीच बेटे को कई बार कॉल किया. लेकिन, उन्हें फोन का कोई जवाब नहीं मिला. जिसे लेकर राजकुमार सिंह काफी परेशान थे.
डीसीपी उत्तरी ने बताया कि इसी बीच बुधवार को रात साढ़े तीन बजे शक्तिनगर ढाल के पास एक युवक के शव मिलने की सूचना मिली. शव के पास खड़ी बाइक के नंबर के आधार पर जानकारी जुटाई गई. जिसका मालिक जितेंद्र का जीजा टिंकू सिंह था. पुलिस ने टिंकू से संर्पक किया तो उसने बताया कि गाड़ी बाराबंकी सफेदाबाद निवासी उसका साला जितेंद्र सिंह लेकर गया था. वह अपनी पत्नी से किसे मिलने की बात कहकर निकला था, उसके बाद से लापता है. मौके पर पहुंचकर टिंकू ने शव की शिनाख्त की. इसके बाद परिजनों को इसकी सूचना देकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.
मामले की जांच के लिए पुलिस और सर्विलांस टीम को लगाया गया. इसके बाद सर्विलांस टीम ने जितेंद्र की मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली. इसमें आखिरी कॉल बाराबंकी सतरिख निवासी रंजीत सिंह चंदेल की थी. रंजीत एक निजी हॉस्पिटल का ड्राइवर है. जो जितेंद्र का दोस्त था. सर्विलांस से मिली जानकारी के आधार पर रंजीत को दबोचा गया. पुलिस पूछताछ में रंजीत ने बताया कि जितेंद्र की एक परिचित महिला से उसके संबंध थे. यह बात जितेंद्र को पता थी और उसे यह बिल्कुल पसंद नहीं था. वहीं, इस बीच जितेंद्र उससे बार-बार मदद के बहाने पैसे की मांग करता था. इन दोनों बातों को लेकर दोनों के बीच कई बार विवाद भी हो चुका था. इसके बाद उसने जितेंद्र की हत्या की योजना बनाई.
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि रंजीत ने बुधवार को जितेंद्र को पैसे देने के बहाने रात में पॉलीटेक्निक चौराहे के पास मिलने बुला लिया. जहां दोनों ने साथ में शराब पी. इसके बाद अरोपी रुपये देने के बहाने से जितेंद्र को अपने साथ ले गया. कुकरेल नाले के पास पहुंचकर रंजीत ने जितेंद्र का गला घोंटने का प्रयास किया. इस दौरान जब वह असफल हो गया तो उसने चाकू से उसका गला रेत कर हत्या कर दी और शव को छोड़ कर फरार हो गया.
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