लखनऊ. राजधानी में छठ पर्व (Chhath Puja in Lucknow) पर बड़ी संख्या में लोग सूर्य भगवान को अर्घ्य देने के लिए गोमती नदी के तट पर पहुंचते हैं. अनुमान है कि इस बार ढाई लाख से ज्यादा लोग गोमती नदी के किनारे लक्ष्मण मेला मैदान पर पहुंचकर सूर्य भगवान को अर्घ्य देंगे. इसके लिए जिला प्रशासन, नगर निगम व राजधानी पुलिस व्यवस्थाओं को संभालने में लगी हुई है. छठ पूजा को लेकर नगर निगम की क्या तैयारियां है और इस बार घाटों पर श्रद्धालुओं को क्या सुविधाएं मिलेंगी इसको लेकर ईटीवी भारत ने नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह से खास बातचीत की.
नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने सवालों का जवाब देते हुए बताया कि इस बार छठ पर्व के दौरान श्रद्धालुओं को घाट पर बेसिक सुविधा उपलब्ध कराने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. नगर निगम की ओर से घाटों पर पीने का स्वच्छ जल, शौचालय जैसी आधारभूत सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. वहीं दूसरी ओर हम लोग थीम बेस्ड (special theme for Chhath Puja) आयोजन करने का प्रयास कर रहे हैं. हमारी टीम स्वच्छता थीम पर काम कर रही है. जहां पहले ही हमने घाटों की साफ-सफाई की है. हमारा प्रयास है कि आयोजन के पहले व बाद में किसी तरह की गंदगी न होने पाए हमने कार्यक्रम के दौरान कूड़े का मैनेजमेंट करने के लिए एक खास तरीका निकाला है. हम ऑर्गेनिक वेस्ट व सामान्य वेस्ट को अलग-अलग जगह इकट्ठा करेंगे. जिसके बाद उसका मैनेजमेंट किया जाएगा.
नगर आयुक्त ने बताया कि पहले ही अन्य संस्थाओं के साथ मिलकर घाट को बेहतर बनाया गया है. साफ-सफाई के साथ घाटों की सीढ़ियों की मरम्मत का काम किया गया है. हमारा प्रयास है कि इस बार कार्यक्रम में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिले इसके लिए मोबाइल टॉयलेट, महिलाओं के कपड़े बदलने के लिए उचित व्यवस्था जैसे तमाम संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे. नगर आयुक्त ने बताया कि राजधानी में बड़ी संख्या में नदी किनारे व तालाबों के किनारे घाटों का निर्माण किया गया है. फिलहाल राजधानी लखनऊ में 9 बड़े घाटों पर वृहद स्तर पर लोगों के पहुंचने की संभावना है, जिसको लेकर पहले से ही तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. यहां पर श्रद्धालुओं को आधारभूत सुविधाएं मिलेंगी. शासन की ओर से हमें पूजा के संदर्भ में जो निर्देश मिले हैं उन्हें पूरा करने के लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं और श्रद्धालुओं को इस मौके पर बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराए जाएंगे.
छठ पूजा का आज दूसरा दिन है. शनिवार को श्रद्धालुओं ने खरना का आयोजन किया. बताते चलें छठ पूजा चार दिनों की पूजा है, जिसमें पहले दिन नहाए खाए से पूजा का शुभारंभ होता है, दूसरे दिन खरना का आयोजन किया जाता है. खरना में परंपरागत तरीके से खास भोजन का निर्माण कर श्रद्धालु भोजन करते हैं, जिसके बाद छठी मैया का व्रत शुरू होता है. राजधानी में शनिवार को बड़ी संख्या में लोग गोमती नदी के किनारे तट पर भी पहुंचे.