लखनऊ : नगर निगम द्वारा संचारी रोगों को लेकर अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्रम में साफ-सफाई को लेकर मशीनों द्वारा शिविरों की सफाई की जा रही है. जिससे किसी तरह की बीमारी नहीं पनपे. यह विशेष अभियान नगर निगम द्वारा चलाया गया है. जैसा कि हम जानते हैं कि मौसम के बदलते ही अलग-अलग बीमारियां जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, टाइफाइड पनपने की संभावना बढ़ जाती है. जिसको ध्यान में रखते हुए नगर निगम द्वारा साफ-सफाई को लेकर विशेष अभियान चलाया जाता है. जिससे किसी तरह की बीमारी नगर निगम के क्षेत्र में जन्म ना ले सके.
मशीनों से की जा रही है सफाई
संचारी रोग अभियान के तहत राजधानी लखनऊ के सभी गली-मोहल्लों की साफ-सफाई को लेकर नगर निगम पूरी तरह से जुट गया है. नालियों की सफाई की जा रही है. कॉलोनी में जमा हुए कूड़े को उठाया जा रहा है. जिससे किसी तरह की बीमारी आम लोगों पर हावी ना हो सके. नगर निगम द्वारा राजधानी लखनऊ के मलवा के गंदगी से जाम पड़े शिविरों की सफाई मशीनों द्वारा कराई जा रही है. जिससे नगर-निगम में काम करने वाले लोगों को सफाई करने में किसी तरह कठिनाइयों का सामना न करना पड़े, और थोड़े समय में ज्यादा से ज्यादा शिविरों की सफाई किया जा सके.
अधिकारी ने दी जानकारी
नगर निगम जोन 3 के जोनल अधिकारी राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि संचारी रोग अभियान के तहत विशेष साफ-सफाई को लेकर विशेष ध्यान रखा जाता है, क्योंकि इस दौरान बीमारियां पनपने की ज्यादा संभावना होती हैं. नगर-निगम द्वारा जगह-जगह के शिविरों को मशीनों द्वारा साफ कराया जा रहा है. जिससे पानी का निकास हो सके और किसी तरह की बीमारी जन्म ना ले सके.
मिनटों में हो रही है सफाई
ईटीवी से बातचीत में नगर निगम के कर्मचारी दुर्गा प्रसाद यादव ने बताया कि वो लोग सुपर साकर मशीन से आसानी से सीवर की सफाई कर पा रहे हैं. इसमें पहले के मुकाबले कम समय लग रहा है. जहां पहले एक सीवर की सफाई में घंटों लग जाते थे, वहीं अब सीवर की सफाई करने में 10 से 15 मिनट लग रहे हैं. उन्होंने बताया कि इसमें कर्मचारियों को किसी भी तरह की जान माल का खतरा नहीं रहता है. कर्मचारियों ने बताया कि वो लोग पहले चारों तरफ से बैरिकेडिंग करते हैं, उसके बाद सीवर के मेनहोल को खोलते हैं. गैस निकलने के बाद मशीन के पाइप को सीवर में सेक्शन करते हैं, उसके बाद सीवर की सफाई करते हैं.