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मंत्री की फटकार के बाद जागा नगर निगम, गोमती की सफाई के लिए बनाई रणनीति - नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन

गोमती नदी में जलकुंभी की शिकायत लगातार आ रही थी. गोमती नदी में जलकुंभी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए गोमती नदी को साफ सुथरा रखने का निर्देश दिया था. जिसके बाद मंगलवार को अधिकारियों द्वारा गोमती नदी का स्थलीय निरीक्षण किया गया.

गोमती की सफाई
गोमती की सफाई
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Published : May 26, 2021, 5:03 AM IST

लखनऊ: राजधानी में गोमती नदी में जलकुंभी की खबरें और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन नींद से जागे हैं. नगर विकास मंत्री ने सोमवार देर रात अधिकारियों के साथ बैठक कर गोमती नदी को साफ कराने का निर्देश दिया. नगर विकास मंत्री के निर्देश के बाद मंगलवार से गोमती नदी की सफाई का अभियान शुरू हुआ. मंत्री की फटकार के बाद जल निगम और नगर निगम के अधिकारियों ने गोमती नदी का स्थलीय निरीक्षण भी किया.

बनाई गई रणनीति

नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन की फटकार के बाद नगर निगम और जल निगम के अधिकारियों ने गोमती नदी को साफ करने के लिए निरीक्षण किया. सर्वेक्षण के दौरान गोमती नदी को 5 सेक्टर में विभाजित किया गया, जिसमें प्रथम सेक्टर पीपे वाले पुल से लेकर कुड़ियाघाट तक कुल लगभग 1500 मीट्रिक टन जलकुम्भी, द्वितीय सेक्टर कुड़ियाघाट से पक्का पुल के बीच पूर्व में सफाई कार्य कराये जाने के उपरांत 100 मीट्रिक टन अवशेष जलकुम्भी, तृतीय सेक्टर पक्का पुल से निकट के रेलवे ब्रिज तक लगभग 500 मीट्रिक टन जलकुम्भी, चतुर्थ सेक्टर झूलेलाल वाटिका से हनुमान सेतु तक 1850 मीट्रिक टन जलकुम्भी, पंचम सेक्टर हनुमान सेतु से गोमती बैराज तक सफाई कराये जाने के उपरांत बहुत थोड़ी मात्रा में लगभग 100 टन जलकुम्भी हटाई जानी है. इसके लिए 5 जेसीबी मशीन, 2 पोकलैण्ड मशीन और 27 नावों पर 86 श्रमिकों को लगाकर सफाई का कार्य कराया जा रहा है.

सिंचाई विभाग देगा 5 पोकलैंड मशीन
गोमती नदी को साफ करने में नगर निगम के साथ-साथ सिंचाई विभाग भी लगा हुआ है. सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों से इस पर चर्चा की. जिसके बाद सिंचाई विभाग द्वारा पांच पोकलैंड मशीनें उपलब्ध कराने का निर्देश प्राप्त हुआ है. इसके साथ ही नाव की संख्या भी बढ़ाकर 40 कर दी गई है, जिससे 10 दिनों के भीतर पीपर वाले पुल से लेकर गोमती बैराज तक गोमती नदी की समस्त जलकुंभी को साफ किया जा सके.

इसे भी पढ़ें- इस 5 किलोमीटर के बीच गोमती के साथ नहीं लें सेल्फी, क्योंकि फोटो अच्छी नहीं आएगी
नगर निगम का नाला सफाई अभियान जारी
नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने बताया कि मानसून से पूर्व नगर निगम द्वारा शुरू किया गया नाला सफाई अभियान का कार्य जारी है. इस क्रम में मंगलवार को जोन-6, स्थित सरकटा नाला के अन्तर्गत अहमद हुसैन कोठी के पीछे, पीर बुखारा इमामबाड़ा के पीछे जूता बाजार, सेवा सदन पुलिया हुसैनाबाद, सजातबाग पुलिया, गोपी की पुलिया, मेड़ूलाल पुल पर सफाई की स्थिति का निरीक्षण किया गया. यहां पर 7 टीएमएक्स मशीन, पोकलैंड मशीन एवं 40 कर्मचारियों द्वारा सफाई कार्य कराया जा रहा था. नाले की लम्बाई लगभग 7 किलोमीटर है, जिसमें से लगभग 4 किलोमीटर का कार्य पूर्ण हो चुका है. शेष नाले की सफाई का कार्य प्रगति पर है.

लखनऊ: राजधानी में गोमती नदी में जलकुंभी की खबरें और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन नींद से जागे हैं. नगर विकास मंत्री ने सोमवार देर रात अधिकारियों के साथ बैठक कर गोमती नदी को साफ कराने का निर्देश दिया. नगर विकास मंत्री के निर्देश के बाद मंगलवार से गोमती नदी की सफाई का अभियान शुरू हुआ. मंत्री की फटकार के बाद जल निगम और नगर निगम के अधिकारियों ने गोमती नदी का स्थलीय निरीक्षण भी किया.

बनाई गई रणनीति

नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन की फटकार के बाद नगर निगम और जल निगम के अधिकारियों ने गोमती नदी को साफ करने के लिए निरीक्षण किया. सर्वेक्षण के दौरान गोमती नदी को 5 सेक्टर में विभाजित किया गया, जिसमें प्रथम सेक्टर पीपे वाले पुल से लेकर कुड़ियाघाट तक कुल लगभग 1500 मीट्रिक टन जलकुम्भी, द्वितीय सेक्टर कुड़ियाघाट से पक्का पुल के बीच पूर्व में सफाई कार्य कराये जाने के उपरांत 100 मीट्रिक टन अवशेष जलकुम्भी, तृतीय सेक्टर पक्का पुल से निकट के रेलवे ब्रिज तक लगभग 500 मीट्रिक टन जलकुम्भी, चतुर्थ सेक्टर झूलेलाल वाटिका से हनुमान सेतु तक 1850 मीट्रिक टन जलकुम्भी, पंचम सेक्टर हनुमान सेतु से गोमती बैराज तक सफाई कराये जाने के उपरांत बहुत थोड़ी मात्रा में लगभग 100 टन जलकुम्भी हटाई जानी है. इसके लिए 5 जेसीबी मशीन, 2 पोकलैण्ड मशीन और 27 नावों पर 86 श्रमिकों को लगाकर सफाई का कार्य कराया जा रहा है.

सिंचाई विभाग देगा 5 पोकलैंड मशीन
गोमती नदी को साफ करने में नगर निगम के साथ-साथ सिंचाई विभाग भी लगा हुआ है. सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों से इस पर चर्चा की. जिसके बाद सिंचाई विभाग द्वारा पांच पोकलैंड मशीनें उपलब्ध कराने का निर्देश प्राप्त हुआ है. इसके साथ ही नाव की संख्या भी बढ़ाकर 40 कर दी गई है, जिससे 10 दिनों के भीतर पीपर वाले पुल से लेकर गोमती बैराज तक गोमती नदी की समस्त जलकुंभी को साफ किया जा सके.

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नगर निगम का नाला सफाई अभियान जारी
नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने बताया कि मानसून से पूर्व नगर निगम द्वारा शुरू किया गया नाला सफाई अभियान का कार्य जारी है. इस क्रम में मंगलवार को जोन-6, स्थित सरकटा नाला के अन्तर्गत अहमद हुसैन कोठी के पीछे, पीर बुखारा इमामबाड़ा के पीछे जूता बाजार, सेवा सदन पुलिया हुसैनाबाद, सजातबाग पुलिया, गोपी की पुलिया, मेड़ूलाल पुल पर सफाई की स्थिति का निरीक्षण किया गया. यहां पर 7 टीएमएक्स मशीन, पोकलैंड मशीन एवं 40 कर्मचारियों द्वारा सफाई कार्य कराया जा रहा था. नाले की लम्बाई लगभग 7 किलोमीटर है, जिसमें से लगभग 4 किलोमीटर का कार्य पूर्ण हो चुका है. शेष नाले की सफाई का कार्य प्रगति पर है.

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