लखनऊ : एमपीडब्ल्यू संविदा ने विभागीय प्रशिक्षण कराने की मांग को लेकर महानिदेशालय परिवार कल्याण परिसर में बीते मंगलवार से अनिश्चितकालीन सत्याग्रह आंदोलन शुरू किया था. देर शाम डॉक्टर लिली सिंह महानिदेशक परिवार कल्याण (Dr. Lilly Singh Director General Family Welfare) ने वार्ता का प्रस्ताव दिया.
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री अतुल मिश्र और उपाध्यक्ष धनंजय तिवारी की उपस्थिति में वार्ता हुई. बुधवार को संविदा एमपीडब्ल्यू संगठन के संरक्षक विनीत मिश्रा ने अपने प्रशिक्षण कराने के लिए अपना पक्ष महानिदेशक परिवार कल्याण के सामने रखा और यथाशीघ्र अपने प्रशिक्षण कराने की मांग की.
वार्ता के बाद समाप्त होगा आंदोलन
महानिदेशक ने कहा कि इस विषय में शासन में अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य परिवार कल्याण से कर्मचारी संगठन प्रतिनिधियों की वार्ता कराकर इस विषय का निस्तारण कराया जाएगा. उन्होंने आंदोलन वापस लेने का आग्रह किया. इस पर संगठन प्रतिनिधियों ने आंदोलन वापस लेने की मांग खारिज कर दी. कहा कि प्रत्येक जिले से बारी-बारी से 10 संविदा एमपीडब्ल्यू धरना स्थल पर मौजूद रहेंगे. अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण से वार्ता के बाद ही आंदोलन को समाप्त करने पर विचार किया जाएगा.
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40 जिलों से आए कर्मचारी
बुधवार को 40 जिलों से आए हुए संविदा एमपीडब्ल्यू कर्मचारियों द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने का प्रयास किया गया. कर्मचारियों ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी अपनी पीड़ा से अवगत कराना चाहते थे. हालांकि सुरक्षाकर्मियों द्वारा संविदा एमपीडब्ल्यू को जनता दर्शन कार्यक्रम में भागीदारी करने से रोक दिया गया.
यही नहीं, इन संविदा कर्मचारियों को पुलिस वैन में भरकर इको गार्डन में भेज दिया गया. धरने में मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि वहां पर मौजूद सुरक्षाकर्मी से बात करने पर बताया गया की इन कर्मचारियों को शाम 5 बजे तक यही रखा जाएगा.
महानिदेशालय परिवार कल्याण परिसर में संविदा MPW द्वारा सांकेतिक रूप से अनिश्चित कालीन सत्याग्रह आंदोलन चलाया जा रहा है. धरना स्थल पर जनपद बागपत के जिलाध्यक्ष विकास नैन चौधरी की अध्यक्षता में बागपत बिजनौर और मुजफ्फरनगर के साथी संयुक्त रूप से कोविड-19 का पालन करते हुए धरना-स्थल पर जमे हुए हैं.