लखनऊ: एमपी-एमएलए कोर्ट के विशेष जज पवन कुमार राय ने 26 साल पुराने एक आपराधिक मामले में गवाही के लिए हाजिर नहीं होने पर 9 पुलिसकर्मियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने का आदेश दिया है.
कोर्ट ने एसआई बीएस तोमर, एसआई एमए खान, सिपाही प्रेम शंकर भारती, सुरेश कुमार सिंह सहित राजेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट के साथ ही सीआरपीसी की धारा-350 का नोटिस भी जारी किया है. साथ ही इनकी गवाही के लिए अब कोर्ट ने 27 फरवरी की तारीख नियत की है.
गुरुवार को इस मामले के अभियुक्त अरविंद सिंह गोप, ओंकार भारती उर्फ बाबा, मुकेश शुक्ला, मनोज सिंह, जितेंद्र मिश्रा उर्फ जीतू, रमेश प्रताप सिंह, विवेकानंद पांडेय, प्रद्युम्न वर्मा, धीरेंद्र सिंह, विष्णुकांत, सदानंद सहित अभियुक्त शैलेंद्र हाजिर हुए. इन्होंने अपने खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट को रिकॉल करने की गुहार लगाई.
विशेष अदालत ने वांरट रिकॉल करते हुए सभी अभियुक्तों को 50 हजार का निजी मुचलका दाखिल करने का आदेश दिया. वहीं 21 फरवरी, 1994 को थाना हसनगंज से संबधित इस मामले की एफआईआर पुलिस ने दर्ज कराई थी.
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वहीं एक अन्य मामले में विशेष अदालत ने पूर्व विधायक गोमती यादव से भी संबधित एक आपराधिक मुकदमे में पुलिस के गवाह एसआई विजय कुमार सिंह, आरडी सिंह, सर्वेश सिंह व वीना सिंह के खिलाफ भी गिरफ्तारी वारंट जारी करने का आदेश दिया है. इस मामले की अगली सुनवाई 5 मार्च को होगी.