लखनऊः जिले में कैसरबाग पुलिस ने रविवार को एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की, जिसने पत्नी से खफा होकर अपने सास-ससुर की हत्या कर दोनों के शवों को 70 किलोमीटर दूर फेंक दिया था. कैसरबाग पुलिस ने परशुरामपुर बस्ती के रहने वाले 26 वर्षीय राममिलन गुप्ता उर्फ नीलू को गिरफ्तार कर लाल रंग की एक स्कॉर्पियो गाड़ी बरामद की है. हत्या में शामिल नीलू का साथी दुर्गेश अभी फरार है.
ये है पूरा मामला
25 अप्रैल 2021 को कैसरबाग में किराए के मकान में रहने वाले सूरज थापा द्वारा कैसरबाग थाने में नीलू उर्फ राम मिलन गुप्ता व उसके साथी दुर्गेश को नामज़द करते हुए अपने पिता बुद्धि बहादुर थापा और माता मीना थापा उर्फ पार्वती गिरी के अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था. जब कैसरबाग पुलिस ने जांच शुरू की तो सच्चाई परत दर परत खुलती चली गई. अपहरण का मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने जब जांच शुरू की तो पता चला की अपहरण की गई पार्वती गिरी की हत्या कर उनकी लाश को लखनऊ में फैजाबाद रोड पर इब्राहीमपुर के पास शारदा नहर में फेंका गया और बुद्धि बहादुर थापा की हत्या कर शव को महाराजगंज टांडा रोड पर सड़क के किनारे फेंका गया था. पुलिस द्वारा दोनों मृतकों की फोटो उनके बेटे को दिखाकर शिनाख्त कराई गई. अभियुक्तों की गिरफ्तारी के प्रयास किए गए तो रविवार को पुलिस को कामयाबी मिली. राममिलन गुप्ता को लाल रंग की स्कार्पियो के साथ गिरफ्तार कर लिया गया.
जांच में खुलती गई परत-दर-परत मर्डर मिस्ट्री
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किए गए राम मिलन की 2012 में ममता देवी के साथ शादी हुई थी. ममता अपने दो बच्चों के साथ अपने घर में रहती है. डीजे संचालक राम मिलन की तीन वर्ष पूर्व तमन्ना नाम की डांसर से मुलाकात हुई और दोनों में दोस्ती के बाद नजदीकी हो गईं. दोनों एक साथ पति और पत्नी की तरह से रहने लगे. तमन्ना की एक बेटी भी है. तमन्ना ने अपने पिता बुद्धि बहादुर थापा के कहने पर राम मिलन का साथ छोड़ दिया. फिर तमन्ना ने बिहार के दरभंगा के रहने वाले पप्पू यादव उर्फ दबंग यादव के साथ विवाह कर लिया. तमन्ना के जाने के बाद राम मिलन ने उसे कई बार बुलाने का प्रयास किया लेकिन, तमन्ना वापस नहीं आई.
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खफा होकर वारदात को दिया अंजाम
पत्नी के अलग होने से खफा राम मिलन 23 अप्रैल को अपने साथी दुर्गेश के साथ अपने सास-ससुर के घर कैसरबाग आया. दोनों को बहला फुसलाकर अपनी स्कॉर्पियो में बैठा कर बस्ती ले गया. रास्ते में राम मिलन ने अपने सास-ससुर से तमन्ना को वापस बुलाने के लिए कहा लेकिन बुद्धि बहादुर और पार्वती ने साफ इन्कार कर दिया. दूसरे दिन 24 अप्रैल को राम मिलन ने अपने सास-ससुर को लखनऊ पहुंचाने के लिए गाड़ी में बैठाया. रास्ते में दोनों की हत्या कर दी. सास पार्वती का शव शारदा नहर में फेंक दिया. ससुर का शव करीब 70 किलोमीटर आगे टाडा रोड पर जंगल के पास रास्ते में फेंक दिया. अपहरण का मुकदमा दर्ज होने के 9वें दिन कैसरबाग पुलिस ने अपहरण के बाद डबल मर्डर की सनसनीखेज घटना का खुलासा कर दिया. इंस्पेक्टर कैसरबाग प्रमोद कुमार मिश्रा ने बताया कि दूसरे आरोपी दुर्गेश की तलाश की जा रही है.