लखनऊ: उत्तर प्रदेश की पुलिस हर बार की तरह इस बार भी सवालों के घेरे में है. मामला सीतापुर जिले के अटरिया थाने से सामने आया है, जहां पर एक नवम्बर सुबह नौ बजे एक महिला और उसकी बेटी पर पांच दबंगों ने सरेराह हमला कर दिया था, महिला का आरोप है कि पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया. लेकिन जब मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तब जाकर के पुलिस ने मामला दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया. लेकिन तीन अन्य आरोपी अभी भी फरार चल रहे हैं
पीड़िता ने आरोप लगाते हुए कहा कि एक नवंबर को वह अपनी मां के साथ खेत में जा रही थी, तभी घात लगाए बैठे पांच लोगों ने उसपर और उसकी मां पर बांके और खुरपे से हमला कर दिया. मां, बेटी के कपड़े को पांचों ने फाड़ दिए और रेप करने की कोशिश भी की.
पीड़िता ने बताया कि पांचों आरोपियों के नाम बालक, कमलेश, संतोष, शरद, अंजनी मिश्रा हैं. पीड़िता का आरोप है कि दो आरोपी अभी गिरफ्तार हुए हैं और तीन आरोपियों को थाने से सीओ यादुवेन्द्र यादव ने छोड़ दिया. पीड़िता बताती हैं कि उनके घर में कमाने वाला कोई नहीं है. उनके पिता बुजुर्ग हैं. पीड़िता अपनी मां के साथ मिलकर मजदूरी कर अपना घर चलाती हैं.
यह भी पढ़ें- लखीमपुर कांड के 41 दिन बाद हटाए गए एसपी, लखनऊ से भेजा जा रहा तेजतर्रार अफसर
पीड़िता की मांग है कि तीनों फरार आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार करके जेल में डाल दें और उनको उत्तर प्रदेश पुलिस इंसाफ दिलाए. पीड़िता के अनुसार उसकी मां को 5 टांके लगे हैं, और वह राजधानी लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल भर्ती जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है.
पीड़िता लगातार इंसाफ की मांग कर रही हैं और कह रही है तीनों फरार आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेजे. सरकार की तरफ से उन्हें कुछ आर्थिक मदद दी जाए जिससे उनका घर चल सके.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप