लखनऊ: कोरोना मरीजों को भर्ती कराने के लिए बेड की मारामारी भले ही खत्म न हो रही हो, लेकिन डीएसओ पोर्टल पर डाली गई सूचना को हकीकत माने तो मंगलवार को भी 1247 बेड खाली रहे. सरकारी और निजी अस्पतालों को मिलाकर खाली हुए इन बिस्तरों में आईसीयू और वेंटिलेटर वाले बेड भी शामिल हैं. इनमें वह बिस्तर भी हैं, जिन पर ऑक्सीजन की उपलब्धता है.
लेकिन खत्म नहीं हो रही है मारामारी
डीएसओ पोर्टल पर भले ही बेड खाली दिख रहे हो, लेकिन मरीजों को फोन करने पर बताया जाता रहा कि अभी सभी बेड फुल हैं. निजी अस्पताल ऑक्सीजन न होने की बात कह रहे हैं. कई अस्पतालों में भटकने के बाद तिवारीगंज के राम सकल वर्मा को अंततः एक निजी अस्पताल में ही अपने परिजन को भर्ती कराने में कामयाबी मिली. सबसे खराब हालत डॉ. राम मनोहर लोहिया संस्थान की है, जिसने डीएसओ पोर्टल से भी किनारा कर रखा है.
इन अस्पतालों मे खाली हैं बेड
संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में 26, लखनऊ हेरिटेज हॉस्पिटल में 2, अल्टिस हॉस्पिटल में 17, श्री साईंलाइफ अस्पताल में 5, बलरामपुर हॉस्पिटल में 61, टेंडर पाम में 5, कोवा हॉस्पिटल में 14, विनायक ट्रामा सेंटर में 7, शन हॉस्पिटल में 3, शताब्दी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड में 40, ग्रीन सिटी हॉस्पिटल में 21, सन अस्पताल में 11 एडवांस न्यूरो एंड जनरल हॉस्पिटल में 24, इंटीग्रल मेडिकल कॉलेज में 243, शताब्दी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में 18, मेडिकल हॉस्पिटल में 1, एसएचएम हॉस्पिटल में 2, लोकबंधु राजनारायण हॉस्पिटल में 18, राधा कृष्ण सरकार मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में 15, रॉकलैंड हॉस्पिटल ट्रामा सेंटर में 27, केके हॉस्पिटल में 3, मां चंद्रिका देवी हॉस्पिटल में 80, करियर मेडिकल कॉलेज में 94, प्रसाद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में 196, कामाख्या हॉस्पिटल में 4 बेड खाली है.
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वहीं डॉक्टर ओपी चौधरी हॉस्पिटल में 13, राम सागर मिश्रा हॉस्पिटल में 27, नार्दन रेलवे हॉस्पिटल में 8, विद्या हॉस्पिटल में 27, चरक हॉस्पिटल में 4, आरएसडी समर्पण हॉस्पिटल में 1, किंग मेडिकल सेंटर में 13, न्यू हॉस्पिटल में 4, विवेकानंद पॉलीक्लिनिक में 17, टेंडर फॉर्म हॉस्पिटल में 2, अपराजिता हॉस्पिटल में 4, सुषमा हॉस्पिटल में 5, राजधानी हॉस्पिटल में 16, जगरानी हॉस्पिटल में 1, केजीएमयू में 51, श्री साईं हॉस्पिटल में 14, फेमिना हॉस्पिटल में 2, विनायक ट्रामा सेंटर में 7, एवन हॉस्पिटल में 15, अवतार हॉस्पिटल में 9, एरा मेडिकल कॉलेज में 120, बाबा हॉस्पिटल में 8 तथा उर्मिला हॉस्पिटल में 13 बेड खाली हैं.
कई बड़े अस्पतालों ने नहीं दी सूचना
डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान और डॉक्टर टीएसमिश्रा हॉस्पिटल जैसे डेढ़ दर्जन संस्थानों ने डीएसओ पोर्टल को कोई तरजीह नहीं दी. प्रभारी अधिकारी कोविड डॉ. रोशन जैकब का कहना है कि सभी अस्पतालों को पब्लिक व्यू के लिए डीएसओ पोर्टल पर रिक्त बिस्तरों की संख्या डालना अनिवार्य है.