लखनऊ: राजधानी के शहीद पथ पर युवती के साथ गैंगरेप की घटना में महत्वपूर्ण जानकारी निकलकर आई है. पुलिस की अभी तक की जांच रिपोर्ट पर ईटीवी की तफ्तीश में यह सामने आया है कि युवती के द्वारा जिन आरोपियों के खिलाफ गैंगरेप का मुकदमा दर्ज कराया गया, उनकी लोकेशन घटनास्थल या उसके आसपास कई किलोमीटर दूर तक नहीं मिली.
सर्विलांस पर आरोपियों के नंबर लगाए गए थे और उनकी लोकेशन घटनास्थल, जिसे पीड़ित युवती के द्वारा अपनी एफआईआर में दिखाया गया था, वह शहीद पथ पर नहीं मिली. आरोपियों की लोकेशन उनके गांव मलिहाबाद में ही मिली, जो पूरे घटनाक्रम को लेकर सवालिया निशान उठा रही है.
झूठी साजिश का अंदेशा
- पुलिस शहीद पथ के आसपास के सीसीटीवी कैमरे भी खंगाल रही है.
- अभी भी आरोपियों या पीड़ित युवती के फुटेज नहीं मिले रहे.
- एक बड़ा सवाल पुलिस के सामने यह है कि यह गैंगरेप की घटना झूठी कहानी पर आधारित है.
- पीड़िता के भाई और आरोपियों के साथ चली आ रही पुरानी रंजिश बताई जा रही है.
पीड़िता के भाई और आरोपियों के साथ चल रही थी रंजिश
एसपी नॉर्थ सुकीर्ति माधव ने ईटीवी की तफ्तीश की पुष्टि करते हुए सिर्फ इतना कहा कि यह पूरा मामला काफी संदिग्ध नजर आ रहा है ऐसे में पुलिस टीम कॉफी मॉनिटरिंग करते हुए घटना के सभी पहलुओं की जांच कर रही है उन्होंने यह जरूर पुष्टि किया कि आरोपियों की लोकेशन घटनास्थल के आसपास नहीं मिली, जो इस पूरे प्रकरण को संदिग्ध बना रही है. एसपी नॉर्थ के मुताबिक, पीड़िता के भाई और आरोपियों के साथ रंजिश चल रही थी जिस पर मुकदमा भी मलिहाबाद थाना क्षेत्र में दर्ज था.
इसके अलावा पीड़ित युवती पुलिस के सवालों का ठीक से जवाब नहीं दे रही है. पीड़िता की तरफ से अपनी सहेली जिसके घर पर आरोपियों को पैसा देने की बात कही थी नौकरी दिलाने के नाम पर, वह भी सही सही तरीके से नहीं बता पा रही. वह अपना मोबाइल नंबर भी नहीं बता रही है, जिससे आरोपियों को फोन करके मिलने की बात कही गई थी.