लखनऊ: बिहार में अपने 5 विधायकों की जीत के बाद AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के हौसले बुलंद हैं. उत्तर प्रदेश में वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दल सक्रिय होने लगे हैं. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन ( AIMIM ) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी उत्तर प्रदेश में चुनावी मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया है.
इसी सिलसिले में बुधवार को असदुद्दीन ओवैसी ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ( सुभासपा ) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर से लखनऊ में मुलाकात की. ओम प्रकाश राजभर से ओवैसी की मुलाकात के बाद यूपी की सियासात भी गर्म हो गई. योगी सरकार में राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने इस मुलाकात पर तंज कसते हुए कहा कि देश को तोड़ने वाले सब एक प्लेटफॉर्म पर आ रहे हैं. अब यह साफ हो गया है कि तुष्टिकरण की राजनीति वाले सब एक साथ हैं.
'देश को तोड़ने वाले एक प्लेटफॉर्म पर जा रहे'
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी की यूपी में सियासी नेताओं से मुलाकात के साथ ही राजनीतिक बयानबाजियों का दौर भी शुरू हो गया है. सुभासपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर से ओवैसी की मुलाकात के बाद योगी सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने तीखा बयान जारी किया है. मोहसिन रजा ने कहा कि देश का बंटवारा चाहने वाले और देश को तोड़ने वाले लोगों को एक साथ आना चाहिए.
मोहसिन रजा ने कहा कि CAA, NRC और धारा 370 के खिलाफ और देश में दंगे कराने वालों को एक प्लेटफॉर्म पर आ जाना चाहिए. भारतीय जनता पार्टी सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास की नीति पर काम कर रही है. देश की 130 करोड़ की जनता प्रधानमंत्री मोदी पर विश्वास कर रही है और उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ जनता सीएम योगी के नेतृत्व वाली सरकार पर विश्वास कर रही है. इसलिए दंगा वाले समूह के आने से कोई चिंता नहीं है.
उन्होंने कहा कि धर्म की बात करने वाले असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के साथ अरविंद केजरीवाल भी जाएंगे. इतना ही नहीं ओमप्रकाश राजभर, अखिलेश यादव और ममता बनर्जी भी जाएंगी, क्योंकि यह सब देश तोड़ने वाली ताकतें हैं, जो एक साथ होंगी.