लखनऊ : राजधानी के अलीगंज में स्थित राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) में मंगलवार को प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने औचक निरीक्षण किया. बिना किसी पूर्व सूचना के अचानक से मंत्री के वहां पहुंचने पर संस्थान में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. निरीक्षण के दौरान मंत्री को प्रधानाचार्य गायब मिले, जिस पर मंत्री ने प्रधानाचार्य की क्लास लगा दी. मंत्री ने प्रधानाचार्य आईटीआई लखनऊ के देर से आने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की. भविष्य में ऐसा फिर से होने पर दंडात्मक कार्यवाही करने की बात कही.
औचक निरीक्षण के दौरान मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने आईटीआई में संचालित वर्कशॉप व स्किल लैब्स का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने प्रशिक्षुओं से प्रशिक्षण का फीडबैक लिया. साथ ही उन्होंने प्रशिक्षुओं से संवाद कर उनका उत्साहवर्धन किया. औचक निरीक्षण के दौरान आईटीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर सहित सभी अधिकारी मौजूद थे.
निरीक्षण के दौरान गंदगी देख अधिकारियों को लगाई फटकार
औचक निरीक्षण के दौरान मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने राजकीय आईटीआई लखनऊ की पूरे परिसर का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्हें कई जगहों पर गंदगी देखने को मिली. परिसर में साफ-सफाई की व्यवस्था ठीक न होने पर उन्होंने संस्था के अधिकारियों पर नाराजगी जताते हुए फटकार लगाई. साथ ही पूरे परिसर को साफ-सफाई करने के निर्देश दिए. इसके बाद उन्होंने संस्थान में बने सभी वर्कशॉप व स्किल लैब का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने वहां प्रशिक्षण ले रहे प्रशिक्षुओं से संवाद करने के साथ ही मिल रही ट्रेनिंग के बारे में जानकारी प्राप्त की. इस अवसर पर उन्होंने अधिकारियों से पूछा कि मौजूदा समय में संस्थान में कितनी बच्चियां प्रशिक्षण ले रही हैं. जिस पर संस्था के अधिकारियों ने बताया कि मौजूदा समय में करीब 25% लड़कियां संस्थान में पढ़ रही हैं. इस दौरान उन्होंने वर्कशॉप में मौजूद सीएनसी मशीन की काफी तारीफ की, उन्होंने कहा कि यह अपने आप में बेहतरीन मशीन के तौर पर विख्यात है. उन्होंने अधिकारियों को यहां के प्लेसमेंट व अपरेंटिस के बारे में भी जानकारी ली, जिस पर अधिकारियों ने बताया कि संस्था से प्रशिक्षण लेकर निकलने वाले लगभग सभी प्रशिक्षुओं को अप्रेंटिसशिप व प्लेसमेंट मिल रहा है.
रजिस्टर चेक कर कार्मिकों की उपस्थिति कम होने का कारण पूछा
आईटीआई अलीगंज के प्रधानाचार्य आरएन त्रिपाठी ने बताया कि 'औचक निरीक्षण के दौरान मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने संस्थान का उपस्थिति रजिस्टर चेक किया, जिसमें काफी संख्या में कर्मचारियों के सिग्नेचर कर ड्यूटी से गायब रहने पर नाराजगी जाहिर की. जिस पर उन्हें बताया गया कि संस्थान के ज्यादातर शिक्षकों व कर्मचारियों की ब्लॉक लेवल अधिकारी के तौर पर ड्यूटी लगी हुई है, जिसके कारण ज्यादातर लोग सुबह उपस्थित रजिस्टर पर सिग्नेचर करने के बाद बीएलओ की ड्यूटी करने के लिए निकल जाते हैं. प्रधानाचार्य ने बताया कि 'इस कारण से वर्कशॉप में बच्चों के प्रशिक्षण व क्लास कराने में दिक्कत होती है. जिस पर मंत्री ने प्रधानाचार्य से इस पूरे प्रकरण पर पत्र लिखकर देने को कहा है, ताकि इस समस्या का समाधान कराया जा सके. साथ ही उन्होंने राजकीय आईटीआई लखनऊ को और बेहतर करने के लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए.
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