प्रयागराज: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और सिक्किम के सीएम प्रेम सिंह तमांग महाकुंभ में रविवार को प्रयागराज पहुंचे. इस दौरान धामी ने महाकुंभ को आस्था का महासंगम करार दिया. कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि यह महाकुंभ हमारे युग में आया है. उन्होंने इस भव्य आयोजन के लिए पीएम मोदी-सीएम योगी की प्रशंसा की. मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखंड मंडपम का भी निरीक्षण किया. साथ ही, वह सेक्टर 8 में आयोजित ज्ञान महाकुंभ में भी हिस्सा लेने पहुंचे. वहीं तमांग ने महाकुंभ को सनातन संस्कृति का गौरव बताया.
#WATCH प्रयागराज: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, " आज देश के करोड़ों लोग यहां डुबकी लगा रहे हैं। यह आस्था का महासंगम है... हम मां गंगा, यमुना और सरस्वती से प्रार्थना करेंगे कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़े और विकसित भारत बने। मैं खुद को… pic.twitter.com/Q4UoKaHlSQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 9, 2025
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह आस्था का महासंगम है. हमारे देश के करोड़ों लोग यहां पवित्र स्नान कर रहे हैं. हम सौभाग्यशाली हैं कि यह महाकुंभ हमारे युग में आया है. उन्होंने आगे कहा कि हम मां गंगा-यमुना और सरस्वती से प्रार्थना करेंगे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारा देश निरंतर समृद्धि और प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ता रहे. उन्होंने सीएम योगी को भी भव्य आयोजन के लिए धन्यवाद कहा. महाकुम्भ 2025 में स्थापित उत्तराखंड मंडपम का निरीक्षण किया. इस अवसर पर उन्होंने उत्तराखंड मंडपम में आए श्रद्धालुओं से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना. उन्होंने श्रद्धालुओं से व्यवस्थाओं की जानकारी ली और उनकी सुविधा को लेकर संतोष जताया. यह मंडपम उत्तराखंड से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधाओं से सुसज्जित है, जिससे वे अपनी आध्यात्मिक यात्रा को सहजता से पूरा कर सकें. महाकुम्भ 2025 में देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु संगम में पुण्य स्नान के लिए पहुंच रहे हैं.
पुष्कर सिंह धामी ने सेक्टर-08, प्रयागवाल मार्ग पर आयोजित ‘ज्ञान महाकुंभ’ में भी सहभागिता की. इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने धार्मिक, आध्यात्मिक और बौद्धिक विमर्शों पर अपने विचार साझा किए और आयोजन की सराहना की. उन्होंने कहा कि शिक्षा के प्रचार–प्रसार के लिए इस ज्ञान महाकुंभ का आयोजन किया गया है. निश्चित रूप से यह ज्ञान महाकुंभ हमारी आने वाली नई पीढ़ी के विद्यार्थियों को एक नई दिशा देने का कार्य करेगा. कहा कि प्रयागराज की पवित्र धरा पर हो रहे 'ज्ञान महाकुंभ' में शैक्षिक प्रदर्शनी, संगोष्ठियां, छात्र, महिला और आचार्य सम्मेलन जैसे विभिन्न आयोजनों के माध्यम से युवाओं में भारतीय ज्ञान परंपरा की चेतना को जागृत किया जा रहा है. उन्होंने आगामी वर्ष 2027 में हरिद्वार में होने वाले अर्धकुंभ के लिए सभी को आमंत्रित किया.
तमांग बोले- महाकुंभ सनातन संस्कृति के गौरव का प्रतीक: धर्म, आस्था और अध्यात्म के महासंगम महाकुंभ में सम्मिलित होने के लिए सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग भी पहुंचे. उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने उनका स्वागत किया. मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग महाकुंभ की दिव्यता, भव्यता और आध्यात्मिक ऊर्जा से अभिभूत हुए. कहा कि यह आयोजन सनातन परंपराओं की अखंड श्रद्धा और भारत की आध्यात्मिक चेतना से जुड़ने का अनुपम अवसर है. त्रिवेणी तट पर संतों, कल्पवासियों और असंख्य श्रद्धालुओं की उपस्थिति ने इस माहौल को और भी दिव्य बना दिया है. उन्होंने इस ऐतिहासिक आयोजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति आभार व्यक्त किया. कहा कि महाकुंभ सनातन संस्कृति के गौरव का प्रतीक है. इसकी दिव्यता विश्वभर के श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान कर रही है.