कुरुक्षेत्र: कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगाया गया लॉकडाउन प्रवासी मजदूरों के लिए आफत बनता जा रहा है. हालांकि प्रदेश सरकारें अपने राज्यों के प्रवासी मजदूरों को लगातार निकाल रही हैं, लेकिन अब भी सैकड़ों प्रवासी मजदूर ऐसे हैं, जो मदद नहीं मिलने पर पैदल चलने को मजबूर हैं.
कुरुक्षेत्र में भी आपको कई प्रवासी मजदूर पैदल चलते दिख जाएंगे. ये मजदूर पुलिस के डर से कच्चे रास्तों और खेतों के सहारे अपने घर की ओर निकल पड़े हैं. ईटीवी भारत ने ऐसे ही कुछ प्रवासी मजदूरों से बात की.
मजदूरों ने बताया कि वो पंजाब के पटियाला जिले की राजपुरा सब्जी मंडी में काम करते थे और अभी सब्जी मंडी में कोई काम नहीं है. ऐसे में आर्थिक तंगी उन पर हावी हो गई थी. पंजाब में लगा कर्फ्यू उनके लिए जी का जंजाल बन गया था, इसलिए उन्होंने वहां रुकने से अच्छा अपने घर जाना बेहतर समझा.
जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन क्यों नहीं कराया? इस पर प्रवासी मजदूरों ने बताया कि उन्होंने रजिस्ट्रेशन कराया था, लेकिन तारीख 5 दिन बाद की थी. ऐसे में उन्हें डर लग रहा था कि न जाने इन 5 दिनों में क्या हो जाए, इसलिए वो पैदल ही अपनी घरों की ओर निकल गए.
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प्रवासी मजदूरों ने बताया कि वो उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और तीन दिन पहले पंजाब से निकले थे. पुलिस से बचते हुए खेतों, नालों और कच्चे रास्तों से होते हुए वो आगे बढ़ रहे हैं. साथ ही मजदूरों ने बताया कि रास्ते में कोई उन्हें खाना दे देता है तो वो खा लेते हैं, नहीं तो उन्होंने अपने साथ काले चने रखे हैं, जिसे खाकर ही वो काम चला रहे हैं.