बिलासपुर (हिमाचल प्रदेश): देश भर में कोरोना का कहर जारी है. देश भर में लगे लॉकडाउन से सबसे बुरी तरह अगर कोई प्रभावित हुआ है तो वो गरीब और मजदूर हैं. लॉकडाउन के कारण देश भर में करोड़ों मजदूर फंस गए थे, जिन्हें धीरे-धीरे बस व ट्रेन के जरिए संबंधित राज्य में भेजा जा रहा है. इन सबके बीच गरीबों और प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए हिमाचल सरकार की तरफ से कई तरह के इंतजाम किए गए. लॉकडाउन के दौरान प्रदेश सरकार ने मजदूरों की हर संभव सहायता की है. प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने का काम भी सरकार ने बखूबी निभाया है.
बता दें कि बिलासपुर में जिला प्रशासन द्वारा नियुक्त किए गए नोडल अधिकारियों ने प्रवासी मजदूरों से सम्पर्क किया. जिला प्रशासन ने सरकार के आदेशों की अनुपालना करते हुए बिलासपुर में फंसे प्रवासी मजदूरों को बरेली (उत्तर प्रदेश) जाने की व्यवस्था की. प्रशासन द्वारा सभी प्रवासी मजदूरों का स्वास्थ्य मेडिकल कराया गया जिसके बाद उन्हें घर के लिए रवाना किया गया.
गौर रहे कि 62 प्रवासी मजदूरों ने ऑनलाइन कोविड-19 ई-पास पर उत्त प्रदेश के बरेली जाने के लिए आवेदन किया था. जिसके तहत 62 प्रवासी मजदूरों को 2 बसों के माध्यम से कालका के लिए रवाना किया गया. उसके बाद कालका रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के माध्यम से उन्हें बरेली पहुंचाया जाएगा. घर जाते समय प्रवासी मजदूरों के चेहरे पर खुशी की झलक नजर आ रही थी. इस दौरान गरीब प्रवासी मजदूरों ने प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन का आभार भी व्यक्त किया.