लखनऊ: मेट्रो प्रशासन ने आपातकालीन स्थिति में अपनी यात्री सेवाओं का आंकलन करने के लिए बीती शुक्रवार को ट्रांसपोर्ट नगर मेट्रो स्टेशन से हजरतगंज मेट्रो स्टेशन तक एक विशेष मॉक ड्रिल का आयोजन किया. आपातकालीन स्थिति में यात्रियों के सुरक्षित निकास, हताहतों की संख्या कम करने और जल्द से जल्द पूरी जगह को खाली कराने के लिए मेट्रो कर्मचारियों की कुशलता को परखने के लिए मेट्रो अधिकारियों ने अलग-अलग परिदृश्य बनाए.
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने बताया कि यात्री सुरक्षा मानकों को बढ़ाने, अप्रत्याशित प्राकृतिक और मानव निर्मित दोनों प्रकार की आपदाओं के समय आपदा प्रबंधन के उपायों को अपनाने और यात्रियों को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए यूपीएमआरसी इस तरह के विशेष मॉक ड्रिल का आयोजन समय-समय पर कराता रहा है. इस तरह के अभ्यासों के माध्यम से यूपीएमआरसी यह संदेश देना चाहता है कि यात्री सुरक्षा उत्तर प्रदेश मेट्रो की सर्वोच्च प्राथमिकता है.
मॉक ड्रिल के दौरान सोशल डिस्टेंस का हुआ पालन
लखनऊ मेट्रो की जनसंपर्क अधिकारी पुष्पा बेलानी ने जानकारी दी कि आपातकालीन निकास मॉक ड्रिल के सुचारु संचालन के लिए तैनात सभी संबंधित मेट्रो कर्मचारियों में वरिष्ठ अधिकारी, परिचालन विभाग के कर्मचारी, ड्यूटी स्टेशन कंट्रोलर, सीआरए (ग्राहक संबंध सहायक), सीएफए (ग्राहक सुविधा सहायक), और सुरक्षाकर्मी शामिल थे. सोशल डिस्टेंसिंग और सरकार की तरफ से निर्धारित सभी सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए यह मॉक ड्रिल एक्सरसाइज संपन्न हुई.