लखनऊ: ‘नेक्स्ट ऑफ किन वर्ष’ के उपलक्ष्य में सेना की मध्य कमान के 50 स्वतंत्र पैराशूट ब्रिगेड द्वारा उच्च पर्वतीय दुर्गम क्षेत्र में ट्रैकिंग अभियान आयोजित किया गया. यह अभियान दो माह पहले 25 सितंबर 2019 को हिमाचल प्रदेश में सांगला घाटी के खानादुंती से शुरू हुआ, जो उत्तराखंड के कुटी पहुंचा.
इससे पहले इस अभियान दल को आगरा से पांच सितंबर 2019 को 50 स्वतंत्र पैराशूट ब्रिगेड के कमांडर ब्रिगेडियर आरएस रावत ने हिमाचल प्रदेश में सांगला घाटी के खानरदुंती के लिए झंडी दिखाकर रवाना किया था. मध्य कमान की जन सम्पर्क अधिकारी गार्गी मलिक सिन्हा ने बताया कि इस अभियान के आयोजन का उद्देश्य नेक्स्ट ऑफ किन को याद करने, सम्मान देने और उन्हें भविष्य में प्रतिज्ञान करने के लिए किया गया है.
मेजर अमित कुमार चौहान एवं मेजर राम विनोद एस. के नेतृत्व में यह अभियान दल 15 नवंबर 2019 को लखनऊ छावनी स्थित मध्य कमान मुख्यालय पहुंचा. यहां एक समारोह में मध्य कमान के मेजर जनरल जनरल स्टाफ (एमजीजीएस) मेजर जनरल गजिन्दर सिंह ने इस अभियान दल के सदस्यों का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया. इस अभियान दल में तीन सैन्याधिकारियों सहित एक जूनियर कमीशन्ड अधिकारी और नौ पैराट्रूपर्स शामिल थे.