लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024) से पहले कांग्रेस उत्तर प्रदेश को लेकर क्या रणनीति अपनाएगी. इसको लेकर सोमवार को कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में अध्यक्ष बृजलाल खाबरी की अध्यक्षता में कांग्रेस के सभी पूर्व मौजूदा विधायकों और सांसदों की बैठक (Meeting of Congress MLAs and MPs in Lucknow) हुई. इस बैठक में प्रदेश कांग्रेस नेताओं ने आगामी लोकसभा चुनाव के साथ 23 जून को पटना में सभी विपक्षी दलों की होने वाली बैठक में कांग्रेस की क्या रणनीति होगी, इस पर विचार विमर्श किया. बैठक में विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना, प्रांतीय अध्यक्ष नकुल दुबे सहित कांग्रेस के पूर्व सांसद व विधानसभा सदस्य उपस्थित रहे.
पटना की बैठक से पहले यूपी कांग्रेस की रणनीति पर हुई चर्चा: कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि बैठक में 23 जून को पटना में होने वाले सभी दलों की बैठक में उत्तर प्रदेश को लेकर पार्टी के केंद्रीय नेताओं व समाजवादी पार्टी सहित उत्तर प्रदेश के दूसरे दलों के नेताओं के साथ चर्चा होनी है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि बैठक में कांग्रेस की आगामी लोकसभा में पार्टी की रणनीति पर चर्चा की गई. इसमें पार्टी नेताओं ने आगामी लोकसभा चुनाव किसी पार्टी के साथ गठबंधन में लड़ा जाए या फिर अकेले इस पर चर्चा हुआ.
इसके अलावा बैठक में यही तय हुआ कि पटना की बैठक में समाजवादी पार्टी से चर्चा के दौरान क्या रणनीति होनी चाहिए इस पर भी गहन मंथन हुआ. साथ ही सपा के साथ गठबंधन की बात बनती है तो पार्टी की क्या रणनीति होगी वह किन किन सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. इसके अलावा बैठक में कांग्रेस जनाधार को बढ़ाने के लिए क्या जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए व लोकसभा चुनाव से पहले सदस्यता अभियान को तेजी लाने पर भी चर्चा हुआ.
विधायकों ने रखी अपनी राय: बैठक में मौजूद पूर्व विधायकों ने कांग्रेस पार्टी के कमजोर प्रदेश संगठन के लेकर भी अपनी चिंता जाहिर की. पार्टी सूत्रों का कहना है कि बैठक में मौजूद पूर्व विधायकों और सांसदों ने प्रदेश संगठन को नए सिरे से खड़ा करने की बात कही. बैटिंग मौजूद पांच नेताओं का कहना था कि बिना किसी मजबूत संगठन के कोई पार्टी चुनाव नहीं जीत सकती है. बीते काफी समय से कांग्रेस का प्रदेश संगठन काफी कमजोर है.
इसे मजबूत करने की बात लगातार कही जा रही है पढ़ प्रदेश अध्यक्ष के नियुक्त होने के करीब 9 महीने बाद भी अभी तक प्रदेश संगठन का गठन नहीं हो पाया है. चुनाव से पहले हर जिले व बूथ लेवल पर कांग्रेस के संगठन को तैयार करना चाहिए इसी के बाद ही चुनाव की तैयारियों को पुख्ता किया जा सकता है.