लखनऊ : किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) ने कार्य परिषद की मंजूरी के बाद कई साल में एमबीबीएस परीक्षा पास न कर पाने वाले चार छात्रों का नामांकन (एडमिशन) रद्द कर दिया है. इसके बाद चारों छात्रों को कैंपस से बाहर कर दिया गया है. केजीएमयू प्रशासन का कहना है कि इन्हें परीक्षा पास करने के कई मौके दिए गए, लेकिन इन्होंने गंभीरता नहीं दिखाई. छात्रों ने केजीएमयू प्रशासन के द्वारा दिए गए एक भी मौके का फायदा नहीं उठाया. हर परीक्षा में फेल होते रहे.
केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि केजीएमयू में अभी तक एमबीबीएस परीक्षा पास करने के लिए कोई निर्धारित अवधि नहीं थी. इसके चलते कई छात्र 17 से 25 साल से कैंपस में पढ़ाई करते हुए लगातार परीक्षा दे रहे थे, लेकिन वह एमबीबीएस परीक्षा पास नहीं कर पाए. अब चार छात्रों का दाखिला निरस्त किया है. इनमें सबसे पुराना छात्र वर्ष 1997 का है.
33 और छात्र हो सकते हैं बाहर : राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के नियमों के मुताबिक लगातार चार साल फेल होने वाले छात्रों का अब चिकित्सा संस्थानों से दाखिला रद्द होगा. केजीएमयू में दाखिला लेने वाले 33 छात्र ऐसे और हैं जो कई वर्ष से फेल हो रहे हैं. छात्रों के आग्रह पर केजीएमयू ने समिति गठित की. समिति ने इन छात्रों के लिए अलग से विशेष कक्षाएं संचालित करने की सिफारिश की. केजीएमयू ने इन छात्रों के लिए अलग से क्लास कराई, लेकिन फिर भी यह परीक्षा पास नहीं कर पाए. इनका मामला भी कार्य परिषद में जाएगा. कार्य परिषद की मंजूरी के बाद कार्रवाई होगी.